छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

एसएमएस-2 में विभागीय सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्न

BHILAI:-भिलाई इस्पात संयंत्र के एसएमएस-2 में कंटीन्यूअस कास्टिंग शॉप के विभागीय सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्न हुई। विभागीय सुरक्षा समिति के अध्यक्ष व मुख्य महाप्रबंधक (एसएमएस-2) वी धवन ने इस बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर प्रतिनिधि यूनियन के प्रतिनिधि सर्वश्री संतोष साहू, एस एस साहू, ए डी कुरैशी, पी धुरंधर एवं प्रबंधन प्रतिनिधि सर्वश्री राकेश आसई, उप महाप्रबंधक, सीताराम पुसम, सहायक, महाप्रबंधक, विलियम जोसेफ, सहायक महाप्रबंधक एवं अन्य अधिकारियों सहित संयंत्र के सुरक्षा अधिकारीगण सर्वश्री प्रवीण मिश्रा, मनीष सिंह एवं डीएन केसरी उपस्थित थे।

इस अवसर पर विभागीय सुरक्षा समिति के अध्यक्ष वी धवन ने अपने सम्बोधन में शून्य दुर्घटना लक्ष्य को हासिल करने हेतु अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि सदैव स्वयं की सुरक्षा के प्रति सचेत रहकर कार्य करना जरूरी है, जिससे आप अपने आपको सदैव सुरक्षित रखकर कार्य संपन्न कर सकें। हड़बड़ी या जल्दबाजी होने पर भी ध्यान पूर्वक दो मिनट सोच लें कि मैं जो कार्य करने जा रहा हूँ उसको सुरक्षित कैसे किया जा सकता है। विभाग में कराये जाने वाले विभिन्न तकनीकी उन्नयन के कार्यों जैसे मशीन-6 में ऑटोफ्लेक्स फीडर, सिंथेटिक स्लेग का उपयोग, हायड्रोलिक श्राऊड मनीपुलेटर आदि सुरक्षा को और अधिक सुदृढ़ता प्रदान करेगा।

बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने कोरोना वायरस, कोविड-19 के बचाव हेतु प्रबंधन द्वारा उठाए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि सभी कर्मचारियों में जागरूकता हेतु अपने प्रयास आगे भी जारी रखेंगे एवं सभी से फेस मास्क का प्रयोग, सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखना, साबुन से हाथ धोना एवं सैनिटाइजर का प्रयोग करने हेतु लगातार प्रेरित करते रहेंगे। दिशा-निर्देशों का अनुपालन नहीं करने वालों पर जुर्माना लगाने पर भी अपनी सहमति जताई जिससे इस महामारी को फैलने से रोका जा सके। प्लांट में घर से आने वाले सभी सायकल चालकों को सुरक्षा हेलमेट, जूते एवं फेस मास्क या गमछा से मुंह ढककर आवश्यक रूप से गेट में प्रवेश करने के साथ ही दो पहिया वाहन चालकों से क्रैश हेलमेट का प्रयोग एवं चार पहिया वाहन चालकों से अनिवार्य रूप से सीट बेल्ट लगाकर वाहन चलाने पर जोर दिया जिससे संयंत्र द्वारा उठाए जा रहे सड़क सुरक्षा के प्रयासों को बल मिले एवं होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सके।

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