बहने वाले अशुद्ध पानी को फाइटोराइट पद्धति से शुद्ध करने का किया जा रहा है काम
सिंचाई के लिए किया जा रहा है उपयोग
भिलाई। भिलाई नगर रेलवे स्टेशन के समीप एवं नवनिर्मित बस डिपो के पीछे कोसा नाला क्षेत्र मे स्थापित फाइटो राइट पद्धति से पानी को शुद्ध करने का कार्य किया जा रहा है। इकोलॉजिक साइंस टेक्निक प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा तैयार किया गया फाइटो राइट एक ऐसी पद्धति है जो नाले में बहने वाले गंदे पानी को जिसमें सॉलिड वेस्ट के साथ साथ विभिन्न प्रकार के पदार्थ जैसे पॉलिथीन आदि जल में मिश्रित रहते हैं, विशुद्ध रहते हैं को सर्वप्रथम शेल्टर टैंक एवं जाली के माध्यम से रोक दिया जाता है जिससे जितने सॉलिड वेस्ट मटेरियल एवं ठोस पदार्थ है वह शेल्टर टैंक के ऊपर ही रह जाते हैं तत्पश्चात पांच प्रकार की विभिन्न पद्धति द्वारा जल को उपचारित किया जाता है जिसे फाइटोराइट बेड कहा जाता है इस बेड की खासियत यह है कि इसमें डाले हुए गिट्टी मे बायो मीडिया जीवाणु होता है जोकि पानी मे बहने वाले छोटे-छोटे हानिकारक एवं अनुपयोगी पदार्थों को खत्म करने का कार्य करता है इसी पद्धति में पौधों का भी विशेष महत्व होता है यह पौधे विशेष प्रकार के पौधे होते हैं जो पानी में ही जीवित रहते हैं तथा इनके जड़ पानी में तैरते रहते हैं जोकि हानिकारक तत्व को ग्रहण कर लेते हैं जिससे पानी शुद्धिकरण होता है, इसके बाद जो पानी शेष बचता है वह शुद्ध पानी अन्य कई कार्यों में उपयोग किया जा सकता है, यह पानी को संग्रहण करने का एक अच्छा जरिया है। अब इस पानी का उपयोग गौठान के विभिन्न कार्यों के लिए किया जा रहा है इसके लिए बकायदा गौठान में चार स्थलों पर पॉइंट दिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि महापौर एवं भिलाई नगर विधायक श्री देवेंद्र यादव तथा आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी के निर्देशन पर कार्य करते हुए स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा अपने आजीविका के साधन जुटाने के लिए गौठान में सब्जियों की जैविक खेती व्यापक पैमाने पर की जा रही है और महिलाओं के द्वारा कार्य करते हुए सब्जियों की खेती का रकबा भी बढ़ा लिया गया है। शहरवासी यहां पर सब्जियों की खरीदी के लिए आते हैं और ताजी सब्जियां लेकर जाते हैं।