*जिले मे 202 प्राथमिक शालाओं को बालवाड़ी के लिए चयन*

बेमेतरा:- नई शिक्षा निति के तहत इसी सत्र से प्री-प्राईमरी कक्षाएं प्रारंभ करने की तैयारी है। इस कक्षा को बालवाड़ी नाम दिया गया है। जिले में 743 प्राथमिक शालाएं एवं 1079 आंगनबाड़ी संचालित है। जिनका सर्वे शिक्षा विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग द्वारा कराया गया है। जिनमें से 202 प्राथमिक शालाओं को बालवाड़ी के लिए चयन किया गया है। जहां आंगनबाड़ी शाला परिसर अथवा नजदीक होने के साथ शिक्षको की उपलब्धता पर्याप्त हैं। जिले के बेमेतरा वि.खं. में 62, वि.खं. बेरला में 35, वि.खं. नवागढ़ में 54 एवं वि.खं. साजा में 51 बालवाड़ी है। राज्य शासन के निर्देशानुसार प्रदेश में 5 से 6 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिए बालवाड़ी का संचालन किया जा रहा है। बालवाड़ी में बच्चों को सीखने-सिखाने का अवसर खेल-खेल में एवं आनंदमयी वातावरण में प्रदान किया जाना है। सरकार की मंशा है कि बालवाड़ी में बच्चों को पोषण आहार के साथ अध्यापन कार्य भी कराया जाए, जिसके संचालन में दो विभाग को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। शिक्षा विभाग बच्चों को अध्यापन कराएगी, वहीं महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से बच्चों को पोषण आहार दिया जाएगा। दोनो का लाभ बच्चों को एक ही परिसर से देना संभव है, इसलिए सरकार ने ऐसे जगहो का चिन्हाकन करने के निर्देश दिए है, जहां प्राइमरी स्कूल परिसर में आंगनबाड़ी का संचालन हो रहा है। बालवाड़ी के लिए पाठ्यक्रम राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एस.सी.ई.आर.टी.) तैयार कर रहा है। वहीं एस.सी.ई.आर.टी. शिक्षको एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को इसके संबंध में प्रशिक्षण देगा। बालवाड़ी के निरीक्षण के लिए गांव में स्मार्ट माता एवं पालको का एक समिति बनाई जाएगी जो कि समय-समय पर वहां के शैक्षणिक गतिविधियों का निरीक्षण करेगी।