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WHO का स्पष्टीकरण, एसिंप्टोमेटिक रोगी भी कर सकते हैं दूसरों को संक्रमितO_who clarifies its instance on coronavirus-spread-from-asymptomatic-people knowat | nation – News in Hindi

WHO का स्पष्टीकरण, एसिंप्टोमेटिक रोगी भी कर सकते हैं दूसरों को संक्रमित

विश्व स्वास्थ्य संगठन अध्यक्ष टेडरॉस एडनॉम ने तेजी से बढ़ते कोरोना मामलों पर चिंता जाहिर की है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization-WHO) ने कहा था कि एसिंप्टोमेटिक (लक्षणविहीन) संक्रमितों से महामारी फैलने का खतरा बहुत ही कम है. लेकिन अब वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसी ने साफ किया है कि ऐसे लोग भी दूसरों को कोरोना वायरस से संक्रमित कर सकते हैं जिनमें बीमारी के लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization-WHO) ने एसिंप्टोमेटिक कोरोना मरीजों को लेकर कही गई अपनी बात पर स्पष्टीकरण दिया है. WHO ने कहा था कि एसिंप्टोमेटिक (लक्षणविहीन) संक्रमितों से महामारी फैलने का खतरा बहुत ही कम है. लेकिन अब वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसी ने साफ किया है कि ऐसे लोग भी दूसरों को कोरोना वायरस से संक्रमित कर सकते हैं जिनमें बीमारी के लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं. ऐसे संक्रमण को pre-symptomatic कहते हैं.

सामान्य तौर पर वायरस का संक्रमण होने के बाद 5 से 6 दिनों के बाद दिखाई देने लगता है. लेकिन इसमें 14 दिन का समय भी लग सकता है. इसके अलावा आंकड़े ये भी बताते हैं कि पीसीआर (polymerase chain reaction) टेस्ट के जरिए लक्षण उभरने के दो-तीन पूर्व ही पहचान की जा सकती है. प्री सिंप्टोमेटिक संक्रमण तब होता है जब किसी व्यक्ति को ऐसे संक्रमित व्यक्ति से संक्रमण हो जाए जिसमें लक्षण दिखाई न दे रहे हों. कई लोगों में संक्रमित होने के बावजूद कभी वायरस के लक्षण नहीं उभरते लेकिन ऐसे लोग भी दूसरों को संक्रमित कर सकते हैं.

अमेरिका के निशाने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन
गौरतलब है कि कोरोना महामारी को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन के रोल पर सवाल खड़े किए गए हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तो इसे लेकर सीधा हमला बोला था. उन्होंने साफ कहा था कि WHO चीन के प्रभाव में काम कर रहा है. अमेरिका ने WHO को दी जाने वाली बड़ी फंडिंग पर भी रोक लगा दी है. हालांकि अमेरिका के ऐसा करने के कुछ ही दिनों बाद चीन ने WHO को बड़ी फंडिंग का वादा कर दिया. चीन के इस कदम से अमेरिका के आरोपों को और बल मिला है.मास्क के इस्तेमाल पर विवाद

यही नहीं मास्क के इस्तेमाल को लेकर भी WHO की गाइडलाइंस पर सवाल खड़े किए जाते रहे हैं. गौरतलब है कि जनवरी महीने में चीन में कोरोना फैलने के बाद से ही WHO ने मास्क के इस्तेमाल पर बहुत जोर नहीं दिया था. हाल ही में संगठन ने मास्क को लेकर नई गाइडलाइंस जारी की है. लेकिन इसमें भी संगठन की तरफ से साफ कहा गया है कि कोरोना से बचाव में सिर्फ मास्क के भरोसे नहीं रहा जा सकता है.

वैश्विक संक्रमितों की संख्या 71 लाख के पार
दुनियाभर में कोरोना के कुल रोगियों की संख्या 71 लाख का आंकड़ा पार कर चुकी है. अब तक इस महामारी से दुनिया में चार लाख से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं. सबसे ज्यादा लोग अमेरिका में संक्रमित हुए हैं. देश में कुल संक्रमितों की संख्या 20 लाख से ऊपर है. सात लाख से ज्यादा संक्रमितों के साथ ब्राजील दूसरे नंबर पर है. ब्राजील इस वक्त दुनिया में कोरोना का हॉटस्पॉट है. इसे लेकर भी WHO ने चिंता जाहिर की है.
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First published: June 9, 2020, 7:05 AM IST



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