ऑनलाइन ठगी के अपराधियों पर शिकंजा कसने दुर्ग में खुलेगा रेंज स्तरीय साइबर थाना
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BHILAI – दुर्ग जिले में शीघ्र ही पुलिस का रेंज स्तरीय साइबर थाना अस्तित्व में आने वाला है। गृह विभाग ने इस थाने का कार्यक्षेत्र निर्धारण कर तैयारी शुरू कर दी है। इस थाने में दुर्ग पुलिस रेंज के सभी पांच जिले दुर्ग, राजनांदगांव, कबीरधाम, बालोद व बेेमेतरा शामिल रहेंगे। इस थाने के शुरु हो जाने से अनलाइन ठगी के पेशेवर अपराधियों पर शिकजा कसने में आसानी होगी।
ऑनलाइन ठगी के बढ़ते अपराध को देखते हुए दुर्ग में पुलिस का साइबर थाना खुलने जा रहा है। इसके लिए छत्तीसगढ़ शासन के गृह विभाग ने अधिसूचना जारी करने की तैयारी शुरू कर दिया है। इस थाने के खुल जाने से साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसना पुलिस के लिए वर्तमान से अधिक आसान हो जाएगा। इस थाने के लिए कार्यक्षेत्र का निर्धारण हो चुका है। दुर्ग रेंज के सभी पांच जिलों से संबंधित साइबर अपराध की कायमी और विवेचना इसी थाने में होगी।
गौरतलब रहे कि वर्तमान में सायबर से जुड़े मामलों की कायमी संबंधित क्षेत्र के थाने में दर्ज की जाती है। लेकिन पृथक थाना खुल जाने के बाद दुर्ग जिला ही नहीं वरन पुलिस रेंज में शामिल राजनांदगांव, कबीरधाम, बालोद और बेमेतरा जिले में पेश आने वाले साइबर मामले इसी थाने में दर्ज किया जाएगा।
यहां पर यह बताना भी लाजिमी होगा कि हाल के वर्षों में ऑनलाइन ठगी, बैंकों से धोखाधड़ी, एटीएम का पिन नंबर पूछकर ठगी करने के अलावा फेसबुक, वाट्सएप, इंस्ट्राग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर किसी भी तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी जैसे अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। इसके अलावा बाल पोर्नोग्राफी और दुव्र्यवहार जैसे मामलों पर भी तेजी आई है। ऑनलाइन बाल पोर्नोग्राफी को भी साइबर अपराध की श्रेणी में रखा गया है। हाल के कुछ महीनों के भीतर नाबालिग बच्चियों से संबंधित अश्लील विडियो सोशल साइट पर अपलोड करने वालों के खिलाफ संबंधित थानों में अपराध दर्ज हो चुके हैं। अब साइबर थाना शुरू होने के बाद इस तरह के अपराध को रोकने में आसानी हो सकती है।
वर्तमान में शहर से लेकर गांव तक सोशल नेटवर्किंग साइट्स का उपयोग होने लगा है। लेकिन अनेक लोगों में सोशल नेटवर्किंग साइट्स के उपयोग की जानकारी का अभाव बना हुआ है। इसी वजह से सोशल साइट्स पर आने वाले फर्जी मैसेज और लुभावने ऑफर से प्रभावित होकर अनेक लोग आर्थिक ठगी का शिकार हो जाते हैं। इस तरह के अपराध को रोकने में दुर्ग में खुलने जा रहा साइबर थाना कारगर साबित हो सकेगा।
अभी काम कर रही है साइबर सेल
कम्प्यूटर आधारित तथा सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जरिए होने वाले अपराधों की विवेचना के लिए अभी जिलों में साइबर सेल गठित की गई है। दुर्ग साइबर सेल के प्रभारी निरीक्षक गौरव तिवारी हैं। जिले के सभी थानों में साइबर अपराध के मामले पर कायमी के बाद साइबर सेल को विवेचना की जिम्मेदारी सौंपी जाती है। इसके बाद अपराधी पकड़ में आने के बाद कायमी वाले थाना आगे की कार्यवाही को अंजाम देते हैं। लेकिन साइबर थाना खुलने के बाद पांच जिलों के साइबर अपराध की कायमी और विवेचना एक ही जगह से होगी।
2020-21 के बजट में है घोषित
प्रदेश के सभी पुलिस रेंज में साइबर थाना शुरू करने की योजना वर्ष 2020-21 के राज्य बजट में घोषित है। इसी के अनुरुप दुर्ग रेंज में साइबर थाना को लेकर भवन सहित अन्य जरुरी संसाधन और विशेषज्ञ अधिकारी कर्मचारियों की जानकारी गृह विभाग को दे दी गई है। संकेत है कि शीघ्र ही गृह विभाग साइबर थाने के लिए अधिसूचना जारी करने की तैयारी में है। इसी के साथ साइबर थाने के लिए पदों की स्वीकृति मिलने का आसार है।