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मध्यान्ह भोजन योजना स्कूली बच्चों के अविभावकों को ग्रीष्मावकाश के 45 दिन का सूखा राशन मिलना शुरू

मध्यान्ह भोजन योजना
स्कूली बच्चों के अविभावकों को ग्रीष्मावकाश के 45 दिन का सूखा राशन मिलना शुरू
जिले के लगभग 22500 स्कूली बच्चे होंगे लाभान्वित
सोशल डिस्टेंसिंग का रखा जा रहा पूरा ख्यालसबका संदेस न्यूज़ छत्तीसगढ़-
   नारायणपुर – छत्तीसगढ़ के सभी सरकारी स्कूल के बच्चों के अविभावको को कोरोना वायरस के संक्रमण काल में ग्रीष्म अवकाश में भी मध्यान्ह भोजन योजना के तहत सूखा राशन का वितरण किया जा रहा है। नारायणपुर जिले में सूखा राशन का वितरण बच्चों के पालकों को विद्यालय से किया जा रहा है । नक्सल प्रभावित जिला नारायणपुर के 568 स्कूल, शाला आश्रमों के 22491 बच्चों के पालकों को सूखा राशन का वितरण शुरू हो गया है। जिससे बच्चे लाभान्वित होंगे। वितरण विगत 5 जून से शुरू हुआ है, जो 8 जून तक चलेगा। स्कूलों के लिए ग्रीष्मावकाश में 45 दिवस और जुलाई में 24 दिन के लिए चावल का आबंटन नागरिक आपूर्ति निगम के पोर्टल में जारी किया जा चुका है। इसके पूर्व 16 से 30 जून के लिए चावल का आबंटन पूर्व में ही जारी हो चुका है।
ग्रीष्मावकाश में भी बच्चों को मध्यान्ह भोजन दिए जाने का निर्देश दिया गया है। कोरोना संक्रमण से बचाव और उसे फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार ने स्कूल को आगामी आदेश तक बंद रखने का निर्देश दिया है। ऐसी स्थिति में बच्चों को गर्म पका भोजन नहीं दिया जा सकता है। खाद्य सुरक्षा भत्ता के रूप में बच्चों को सूखा चावल और कुकिंग कास्ट की राशि से अन्य आवश्यक सामग्री जैसे – दाल, तेल, सूखी सब्जी इत्यादि वितरित की जा रही  है। 
  जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि सूखा राशन सामग्री का वितरण सुविधा अनुसार स्कूलों में अथवा घर-घर पहुंचाकर किया जा रहा है। वितरण के दौरान बच्चों या पालकों के मध्य सामाजिक दूरी को बना कर रखी जा रही है। सूखा राशन वितरण में बच्चों को चावल, दाल एवं तेल की मात्रा तय निर्धारित मात्रा में दी जा रही है। बच्चों को प्रदाय किए जाने वाली सामग्रियों को पृथक-पृथक सील बंद पैकेट बनाकर प्रति छात्र सभी सामग्रियों का एक बड़ा पैकेट बना कर दिया जा रहा है ।
बतादें कि पहले नारायणपुर जिले के सभी 568 प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूलों, शाला आश्रमों के 22491 बच्चों को पालकों को मध्यान भोजन अंतर्गत 40 दिनों का सूखा राशन उपलब्ध कराया कराया गया था। प्राथमिक शाला के प्रत्येक बच्चों के अविभावक को 4 किलो चावल और 800 ग्राम दाल दी जा रही है। इसी प्रकार माध्यमिक शाला के प्रत्येक बच्चे के अविभावक को 6 किलो चावल  और एक किलो दाल प्रदाय की गई थी। कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम एवं नियंत्रण और लॉक डाउन के कारण मध्यान भोजन संचालित नहीं किया जा रहा है। वितरण कार्य में स्कूल प्राधान पाठक, संकुल समन्वयक, शिक्षक और जनिप्रतिनिधियों आदि भी पूरा सहयोग कर रहे है।
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