कही शहर को भारी न पड़ जाये लोगों की लापरवाही लगातार कोरोना पॉजेटिव मरीज मिलने के बाद भी लोग नही कर रहे है लॉकडाउन के गाईड लाईन का पालन
देर रात तक सड़कों पर घूम रहे है लोग,नही कर रहे हैं सोशल डिस्टेसिंग और रात के कफ्यू का पालन
BHILAI । लॉकडाउन 05 को लेकर केन्द्र सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन की भिलाई-दुर्ग में धज्जियां उड़ाई जा रही है। यहां पर रात 9 से सुबह 5 बजे के बीच लागू कफ्र्यू का बिल्कुल भी पालन नहीं हो पा रहा है। लोग देर रात तक बेखौफ अंदाज में सड़कों पर तफरीह करते नजर आ रहे हैं।
कोरोना वायरस से निपटने के लिए केन्द्र सरकार ने एक जून से लॉकडाउन 05 घोषित किया है। लॉकडाउन का यह पांचवा चरण 30 जून तक रहेगा। इस अवधि में रात 9 से सुबह 5 बजे के बीच कफ्र्यू लागू किया गया है। इस कफ्र्यू का पालन भिलाई-दुर्ग में पहले दिन से सही तरीके से होता नहीं दिख रहा है। रात 9 बजे के बाद फोरलेन समेत शहर के सभी सड़कों पर स्थानीय वाहन चालकों की आवाजाही आम दिनों की तरह देर रात तक बनी हुई है। इससे साफ पता चलता है कि कामकाज अथवा अन्य किसी सिलसिले में बाहर निकलने वालों में रात 9 बजे से पहले घर वापसी सुनिश्चित करने के प्रति कोई गंभीरता नहीं है। जो लोग 9 बजे से पहले घर लौट भी रहे हैं तो उनमें से अनेक भोजन के बाद आसपास की सड़कों पर तफरीह करते देखे जा रहे हैं। सड़कों पर रात की तफरीह करने वालों में महिलाएं भी पीछे नहीं है। शहर के पॉश कालोनी से लेकर स्लम एरिया तक में देर रात तक लोगों की बनी हुई चहल पहल के चलते कोरोना संक्रमण का खतरा बना हुआ है। गौरतलब रहे कि दुर्ग जिले में अभी तक कुल 21 मरीजों में कोरोना का संक्रमण होने की पुष्टि हो चुकी है। जिसमें से 10 मरीज ठीक हो चुके हैं। जबकि 11 संक्रमितों का अभी उपचार चल रहा है। इस लिहाज से भिलाई-दुर्ग शहरी क्षेत्र संवेदनशील बना हुआ है। ऐसे में लॉकडाउन 05 की गाइड लाइन के पालन को लेकर लोगों में दिख रही लापरवाही भारी पड़ सकती है।
यहां पर यह बताना भी लाजिमी होगा कि लॉकडाउन 05 में भी दुर्ग कलेक्टर के आदेश पर मेडिकल व डेयरी को छोड़ बाकी दुकानें शाम 7 बजे बंद हो जा रही है। बाजार 7 बजे तक बंद करने के फरमान का मकसद लोगों को 9 बजे से कफ्र्यू लगने के पहले घर वापसी का मौका देने को माना जा सकता है। बावजूद इसके लोगों की लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है। अंदरुनी इलाकों में तो चौक चौराहों और सार्वजनिक जगहों पर देर रात तक लोग मजमा जमाये आसानी से नजर आ रहे हैं। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और फेस कवर अपनाने के प्रति ज्यादातर लोगों में दिख रही लापरवाही कोरोना संक्रमण की संभावना को बढ़ा रही है।