नकली सोना को असली बताकर लाखों की लूट करने वाला अंतर्राज्यीय गिरोह पकड़ाया गत 2 जून को भिलाई के व्यापारी से भी किये थे पांच लाख रूपये की ठगी
BHILAI । तीन दिन पहले दो जून को छावनी थाना क्षेत्र के नंदिनी रोड पर नकली सोना को असली बताकर 5 लाख की हुई धोखाधड़ी का पुलिस ने खुलासा कर दिया। इस मामले में दिल्ली की महिला समेत अंतर्राज्यीय ठग गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों से पांच लाख रुपए सहित वारदात में प्रयुक्त मोटर साइकिल को जब्त कर धोखाधड़ी के अन्य मामलों में पूछताछ की जा रही है।
एसएसपी अजय यादव ने आज पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित एक पत्रकारवार्ता में नकली सोना को असली बताकर धोखाधड़ी करने वाले अंतर्राज्जीय गिरोह के दबोचे जाने का खुलासा कया। पकड़े गए आरोपियों में ईश्वर सोलंकी पिता नाथूराम सोलंकी (33 वर्ष) निवासी बीएमवाय चरोदा, प्रवीण राय पिता प्रेमशंकर राय (22 वर्ष) निवासी बसरेहर बदरीपुर जिला इटावा उत्तरप्रदेश तथा लाली पति स्व. गंगाराम सोलंकी (53 वर्ष) निवासी रघुवीर नगर न्यू दिल्ली शामिल है। इन आरोपियों ने मिलकर बीते दो जून को नंदिनी रोड भिलाई में आदिनाथ सेल्स एजेंसी के नाम से हार्डवेयर का व्यवसाय करने वाले शांतिनगर सड़क तीन, क्वार्टर नं. 23 निवासी निर्णल कुमार जैन (53 वर्,) को ठगी का शिकार बनाया था।
एसएसपी अजय कुमार यादव ने बताया कि वारदात करने से पहले गिरोह का ईश्वर सोलंकी 20 मई को निर्मल कुमार जैन की दुकान में कटिंग प्लायर खरीदने गया। इस दौरान रुपए कम होने का हवाला देकर ईश्वर ने एक चांदी का सिक्का खरीदे गए प्लायर के बदले में देने लगा। इसी बीच झांसे में लेकर आरोपी ने व्यवसायी से पुराना सोना बेचने की बात कहते हुए कीमत बेहद कम बताया। 22 मई को ईश्वर सोलंकी सोने का चैन लेकर पहुंचा। इस चैन की चार कड़ी निकालकर निर्मल ने अपने परिचित गुरुनानक मार्केट में राधा ज्वेलर्स के पास ले जाकर जांच कराई तो सोना असली होना साबित हो गया। फिर ढाई किलो सोने के जेवरात का साढ़े 7 लाख रुपए में सौदा तय हो गया। इसी सौदे के अनुरुप 22 मई को ईश्वर सोलंकी ने फोन करने सुबह के वक्त निर्मल कुमार जैन को नंदिनी रोड में करुणा हास्पिटल के पास नाले के करीब बुलवाया और असली सोना बताकर पीतल के बने सोना पालिस वाली जेवरात देकर 5 लाख रुपए लेकर रफू चक्कर हो गया। इस मामले के खुलासे में छावनी टीआई विनय सिंह बघेल, उप निरीक्षक रामेन्द्र यादव, सिविल टीम के सहायक उपनिरीक्षक अजय सिंह, प्रधान आरक्षक परसराम सिन्हा, आरक्षक धर्मराज सिंह, अरविंद मिश्रा, अखिलेश मिश्रा, सत्येन्द्र मढरिया, अनिल सिंह, अजीत यादव, रितेश अग्निहोत्री, रिंकू सोनी की सराहनीय भूमिका रही।
पत्रकारवार्ता में एएसपी रोहित झा, सीएसपी छावनी, विश्वास चंद्राकर, सीएसपी भिलाई नगर अजीत यादव, टीआई छावनी विनय सिंह बघेल व टीआई सुपेला गोपाल वैश्य, टीआई सायबर क्राइम गौरव तिवारी उपस्थित थे।
आरोपियों को दबोचने की गई थी विशेष टीम का गठन
एसएसपी यादव ने बताया कि घटना के बाद आरोपियों को दबोचने पुलिस की विशेष टीम गठित की गई। इस टीम को एएसपी शहर रोहित झा, डीएसपी क्राइम प्रवीरचंद तिवारी और सीएसपी छावनी विश्वास चंद्राकर निर्देशत कर रहे थे। जांच टीम को मुखबीर तंत्र से जानकारी मिली कि चरोदा, देवबलोदा व पुरैना में ठगी करने वाले कुछ परिवार निवासरत है। सादी वर्दी में पुलिस की टीम इन परिवारों की गतिविधि पर नजर जमाए रही। इसी दौरान ईश्वर सोलंकी के परिवार की गतिविधियां संदिग्ध लगने पर घेराबंदी कर दबोचा गया तो दो जून की वारदात में उसके और दो रिश्तेदारों के शामिल होने का पर्दाफाश हो गया। आरोपियों ने विशाखापटनम ओडिशा, आगरा, उत्तरप्रदेश में भी वारदात करना कबूल किया है।