छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

लॉकडाउन में छूट मिलते ही करने लगे लोग लापरवाही, सही ढंग से नही कर रहे लोग नियमों का पालन शुरुवाती दौर में नजर आने वाली सतर्कता होने लगी गायब

BHILAI प्रदेश के विभिन्न जिलों में पाजिटिव मरीजों की संख्या में तेजी आने के साथ ही भिलाई-दुर्ग में कोरोना का खौफ बढऩे के बावजूद लोगों की लापरवाहियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। शुरुवाती दौर में नजर आने वाली लोगों की सतर्कता अब गायब होने लगी है। वहीं कोरोना का संक्रमण रोकने के नियमों का भी सही ढंग से पालन नहीं हो पा रहा है।

एक जून से लॉकडाउन में दी गई छूट के साथ ही कोरोना संक्रमण रोकने के लिए शासन प्रशासन की ओर से जारी दिशा निर्देश की लोग धज्जियां उड़ाने लगे है। ऐसा नहीं कि भिलाई-दुर्ग और इसके आसपास के इलाके में कोरोना महामारी को लेकर आम जनमानस में खौफ नहीं रह गया है। जिस तेजी के साथ कोरोना संक्रमितो की संख्या प्रदेश के कई जिलों में बढ़ती जा रही है उसके चलते लोगों में खौफ तो बना हुआ है, बावजूद इसके जिस तरीके की सर्तकता और सुरक्षा के उपाय कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बरती जानी चाहिए, वैसा धरातल पर दिख नहीं रहा है।

शहर से लेकर गांव तक सोशल डिस्टेसिंग अपनाने का फरमान सरकारी दफ्तर और अखबारों तक सिमट कर रह गया है। लोग सार्वजनिक जगहों पर फेस कवर करना भी आवश्यक नहीं समझ रहे हैं। सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर जुर्माना का प्रावधान रखा गया है। बावजूद अनेक लोग इस प्रावधान का पालन करने के प्रति गंभीर नहीं दिख रहे हैं। कोरोना से बचाव के लिए सबसे अधिक कारगर सेनेटाईज के उपयोग करने में भी लोग अब परहेज करने लगे है यहां तक कि लॉकडाउन 4 में दी गई छूट के बाद सैनिटाइजर की बिक्री में गिरावट आने लगी है। जबकि कोरोना संक्रमण को रोकने के इराके से जैसे ही पहले चरण का लॉकडाउन घोषित किया गया, अचानक सैनिटाइजर की मांग बढ़ जाने से इसकी कालाबाजारी होने लगी थी। हालाकि शराब फैक्ट्रियों में सैनिटाइजर बनाये जान के बाद बाजार में इसकी पर्याप्त उपलब्धता हो गई है। लेकिन अब बिक्री में आई गिरावट को लोगों में इसे अपनाने के प्रति रुझान में कमी को माना जा रहा है। कुल मिलाकर यह कहना गलत नहीं होगा कि कोरोना संक्रमण को लेकर खौफ तो है पर लोगों की लापरवाही पर कोई विराम नहीं लग पा रहा है।

गौरतलब रहे कि लॉकडाउन के पहले दूसरे व तीसरे चरण में प्रशासनिक स्तर पर बहुत ही ज्यादा सख्ती बरती गई। इसके चलते लोग पुलिस व नगर निगमों की कार्यवाही के भय में कोरोना संक्रमण रोकने के दिशा निर्देश और नियमों का पालन करते रहे। लेकिन लॉकडाउन चार लगने के बाद अति आवश्यक सेवाओं के दायरे से बाहर की ज्यादातर दुकानों तथा सरकारी दफ्तरों को खोले जाने के साथ ही लोगों में सुरक्षा उपायों को अपनाने के प्रति काफी हद तक लापरवाही दिखने लगी। खासकर शहर के अंदरुनी कालोनियों और बस्तियों में कोरोना संक्रमण को रोकने जारी किए गए दिशा निर्देश का पालन नहीं हो पा रहा है। लोग सुबह और शाम के वक्त बिना फेसकवर के समूह में चौक चौराहों पर गप लड़ाते नजर आ रहे हैं। इस दौरान पान मसाला और तम्बाखू खाकर सार्वजनिक जगहों पर थूकने से भी लोग बाज नहीं आ रहे हैं।

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