Exclusive: गृहमंत्री अमित शाह ने चीन, NRC, CAA, प्रवासी मजदूरों सहित हर सवाल का दिया जवाब, 10 खास बातें । Amit Shah exclusive interview on pm modi govt 1 year, China conflict, CAA, NRC, Migrant Workers problem 10 facts | nation – News in Hindi
इस दौरान उन्होंने न केवल केंद्र सरकार (Central Government) की उपलब्धियों के बारे में बताया बल्कि तमाम वर्तमान चुनौतियों और मुद्दों पर सरकार की नीतियों के बारे में भी बात की. ये हैं केंद्रीय गृह मंत्री (Union Home Minister) के साथ बातचीत के वे दस बिंदु जो सबसे खास रहे-
1. कोरोना वायरस (Coronavirus) पर बातचीत के दौरान गृह मंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ मोदी जी के नेतृत्व में ‘दिया जलाओ’ और ‘घंटी बजाओ’, ‘कोरोना वॉरियर सम्मान’ के साथ पीएम मोदी ने अपने यहां लोगों को रणनीतिक रूप से इसके लिये तैयार किया. भारत में प्रति लाख आबादी पर 12.6 लोग कोरोना से संक्रमित हैं, जबकि दुनिया में 77.6 लोग कोरोना से संक्रमित हैं. पूरी दुनिया की तुलना में हमने इसे बहुत अच्छे से कंट्रोल किया है. जब तक टीका या दवाई नहीं ढूंढ़ी जाती तब तक इस महामारी के साथ जीने की हालत डालनी पड़ेगी.
कोरोना प्रसार में तब्लीगी जमात (Tablighi Jamaat) के रोल और मौलाना साद के फरार होने पर गृहमंत्री ने कहा कि अभी हमारी प्राथमिकता कोरोना के खिलाफ लड़ाई है. जिन्होंने कानून को तोड़ा हम ऐसे किसी को बख्शेंगे नहीं.2. प्रवासी मजदूरों (Migrant Workers) के सवाल पर गृहमंत्री ने कहा कि ऐसा कहना उचित नहीं है कि सरकार ने लॉकडाउन में जल्दबाजी की. ऐसा होता तो भगदड़ मच जाती. उस समय हमारी टेस्टिंग, क्वारंटाइन व्यवस्था अच्छी नहीं थी. हमने अगले 2 महीनों में इन सुविधाओं की व्यवस्था की. 11 हजार करोड़ रुपये राज्य सरकारों को खाना खिलाने के लिये दिये गये.
3. प्रवासी मजदूरों (Migrant Labourers) को घर भेजे जाने पर केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा- पहले बस सेवा शुरू की गई जिससे 41 लाख श्रमिक भेजे गये. बसें आसपास के राज्यों के लिये चलाई गईं. बाद में श्रमिक स्पेशल ट्रेनों (Shramik Special Trains) का संचालन शुरू किया गया, जिससे 55 लाख प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजा गया. गृहमंत्री ने यह भी कहा कि कुछ लोगों ने धैर्य खोया और पैदल चलने लगे तो हमने कई लोगों को बस के जरिये निकटतम रेलवे स्टेशन या उनके निवास जिले तक पहुंचाया. इसके अलावा टिकट के साथ राज्यों ने इन मजदूरों को 500 से 2000 तक रुपये दिये. वे जल्दबाजी न करें इसके लिये इलाकों में रिक्शे चलाकर सरकारों ने संदेश उनतक पहुंचाया.
4. कांग्रेसी नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के सीधे लाभार्थी के एकाउंट में कुछ रकम भेजने के सुझाव पर गृहमंत्री ने कहा कि वे एक योजना लेकर घूम रहे हैं. जिसमें सभी के एकाउंट में पैसा डालने की बात करते हैं. हालांकि जनता ने इस योजना को चुनावों के दौरान ही नकार दिया है. मोदी सरकार ने किसानों, वरिष्ठ नागरिकों, विधवाओं आदि को DBT के तहत करोड़ों रुपये सीधे एकाउंट में भेजे हैं. मोदी सरकार ने किसानों, वरिष्ठ नागरिकों, विधवाओं आदि को DBT के तहत करोड़ों रुपये सीधे एकाउंट में भेजे हैं. उज्जवला योजना के तहत फ्री में सिलेंडर लोगों के पास पहुंचायें हैं. 18 लाख मीट्रिक टन गेहूं और चावल और 5 लाख मीट्रिक टन अरहर दाल हमने मुफ्त में बांटने के लिये भेजी है. केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि यह सीधे लाभ पहुंचाना नहीं है तो और क्या है?
5. अर्थव्यवस्था (Economy) को वैश्विक संकट से आई चोट पर केंद्रीय गृहमंत्री ने पीएम मोदी का आत्मनिर्भरता का मंत्र दोहराया. उन्होंने कहा, हम 4 सूत्रीय आत्मनिर्भरता में इसे बदलेंगे. यह देश आत्मनिर्भरता से भरा है और पीएम मोदी के कहे अनुसार हम इस संकट को एक अवसर में बदलेंगे.
6. वोकल फॉर लोकल (Vocal for Local) के बारे में यह पूछे जाने पर कि क्या यह कदम हमें दुनिया से काट देगा, केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा, “इससे हम जरा भी पीछे हम नहीं जायेंगे. 130 करोड़ की आबादी हमारी शक्ति है. क्या अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में इसका प्रयोग नहीं करना चाहिये. इससे भारत में निवेश कम होने की संभावना नहीं है. इससे निवेश बढ़ेगा. अगर भारतीय यहां के उत्पादों का प्रयोग करने का निर्णय करते हैं तो इससे भारत मैन्युफैक्चरिंग का हब बनेगा. हमें भरोसा है कि इससे हमारे अर्थतंत्र को एक नई गति मिलेगी. आशा और रणनीतिक के जरिये जो अपना रास्ता प्रशस्त करते हैं ईश्वर भी उनका साथ देता है.”
7. LAC पर चीन के साथ चल रही तनातनी पर केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि LAC पर तनातनी के स्वभाव को कोई सार्वभौम राष्ट्र हल्के में नहीं ले सकता. हमारी डिप्लोमैटिक और सैनिक बातचीत जारी है लेकिन नरेन्द्र मोदी सरकार इस पर कोई समझौता नहीं करेगी और हम इसके लिये अडिग खड़े रहेंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या तमाम संबंध सुधारने की कोशिशों के बाद भी चीन की इस हरकत से आप नाराज हैं, केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि हमें इसकी जरूरत नहीं है.
8. मध्यप्रदेश (MP) में ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रकरण पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अंदर नेतृत्व के प्रति श्रृद्धा कम होने के चलते यह विद्रोह हुआ था. इसकी जिम्मेदारी सोनिया और राहुल गांधी की थी. बता दूं कि किसी ने दलबदल नहीं किया बल्कि उन्होंने इस्तीफा दिया है. लेकिन मैं स्पष्ट कर दूं कि यह लॉकडाउन से पहले हुआ. वहीं महाराष्ट्र (Maharashtra) के बारे में यह पूछे जाने पर कि क्या वहां भी ऐसी कोई संभावना है? अमित शाह ने कहा, “जब तक महाराष्ट्र सरकार के तीन घटक दलों का भरोसा सरकार पर अक्षुण्ण हैं, वह कैसे टूटेगी. हमने कभी कहीं अस्थिरता का प्रयास नहीं किया. खासकर तब जब कोरोना से लड़ाई चल रही है.”
9. केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि कश्मीर (Kashmir) की हालत बिल्कुल ठीक है. 2014 से 2020 तक 370 खत्म करने के बाद भी आतंकवाद के आंकड़े बेहद कम हैं. उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीरी भी यह समझ चुके हैं कि उनके बच्चों को आतंकवाद से मुक्ति दिलाने का काम नरेन्द्र मोदी सरकार ही कर सकती है.
10. केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि लोगों के बीच एक भ्रांति पैदा की गई की सीएए से लोगों की नागरिकता जाने वाली है. मैंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि हम NRC लेकर आएंगे, अब हम पहले CAA पर लोगों के भ्रम दूर करने के बाद इस पर विचार करेंगे. वहीं उन्होंने दिल्ली दंगों पर कहा, “दिल्ली दंगों को भड़काने वालों और इसकी साजिश करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी. अब तक के सभी दंगों में इन दंगों में सबसे कठोर कदम उठाए जाएंगे. भले ही कोई बड़ा आदमी दंगे के लिए जिम्मेदार हो उसके खिलाफ कदम उठाएंगे.”
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