कोंडागांव: सरकारी कुकुट पालन केंद्र बंद, नही हो रहा बिलों का भुगतान सप्लायर परेशान
कोण्डागांव- पशुपालन विभाग के द्वारा संचालित हो रहे स्थानीय कुकुट पालन प्रक्षेत्र का दो साल पहले ही शहरी सीमा में केंद्र होने के साथ ही अन्य विभागीय कारणों के चलते इसे बंद तो कर दिया गया। लेकिन यहॉ वर्षो से जिन संस्थाओं के द्वारा कुकुट आहार सहित अन्य समानों का सप्लाई करने वाली संस्थाओं के बिल केवल फाईलों में ही चल रही हैं। इसका भुगतान सालों बाद भी नहीं हो पाया हैं बताया जा रहा है कि, यहॉ पांच से छह साल पुराने बिल भी जस की तस ही रखे हुए है। जिस पर संबंधित विभाग ने भी प्रक्षेत्र बंद होने के साथ ही इन केंद्रों की फाईलों को झांकना भी उचित नहीं समझा और जब अब चार से पांच साल बीत जाने के बाद भी जब पढ़े हुए बिलों का भुगतान नहीं हुआ तो कुछ सप्लाई करने वाली संस्थाओं ने इस आपत्ति उठानी शुरू कर दी हैं। इसके बाद यह मामला गरमाता जा रहा है और पशुपालन विभाग अपने स्तर पर इन बिलों का भुगताने से पहले इन बिलों का सत्यापन करने में जुटा हुआ हैं। इसके लिए बकायदा एक टीम भी उपसंचालक ने गठित की हैं। जो इन बिलों का सत्यापन करने में पिछले कुछ दिनों से जुटी हुई हैं। बताया जा रहा है कि, बिलों का सत्यापन होने के बाद नियमानुसार राशि की मांग की जाएगी और आबंटन आने के बाद संबंधित संस्थाओं को इसका भुगतान कर दिया जाएगा।
लाखों के बिल बाउचर दबे है फाईलों में
जानकारी के मुताबिक कुकुट पालन प्रक्षेत्र के वर्ष 2012 से 14 के बीच हुए कुकुट आहर के बिल बाउचर विभाग ने अपने ही फाइलों में दबा रखा हैं। और जब सप्लाई करने वाले संस्थाओं के द्वारा बिलों का भुगतान करने की बात कही गई तब यह मामला सामने आया कि अकेले कुकुट आहार का ही 29 लाख रूपए से ज्यादा का भुगतान अभी शेष हैं। इसके साथ ही अन्य कुछ संस्थाओं के भी बिल बाउचर यही फाईलों में दबे होने की बात सामने आ रही हैं। दो साल बाद आखिर बंद हो चुके कुकुट पालन केंद्र की फाईलों को विभाग अब दुबारा से खोल इसमें दबे बिल बाउचरों का सत्यापन करवाने में जुटा हुआ हैं।
वहीं डॉ. डी के नेताम, उचसचांलक पशु चिकित्सा का कहना है कि,बंद हो चुके कुकुट पालन केंद्र के कुकुट आहर के 29 लाख से ज्यादा के बिल कुकुट पालन प्रक्षेत्र प्रबंधक के द्वारा यहा प्रस्तुत किया गया हैं। जिसका सत्यापन कराया जा रहा है सत्यापन के बाद राशि की मांग उच्च कार्यालय से कर नियमानुसार भुगतान किया जाएगा।
डॉ.एचपी द्विवेदी, तत्कालीन कुकुट प्रक्षेत्र प्रबंधक ने कहा
बिलों का भुगतान नियमानुसार बिल पास होने के बाद जिला अधिकारी की अनुमति मिलने के बाद ही किया जाता हैं। कुछ पुराने बिल हैं जिनका भुगतान किया जाना शेष रह गया हैं।
सबका संदेस ब्यूरो, कोंडागांव 9425598008