अगर आप हवाई यात्रा कर रहे हों तो जानें क्या रहेगी अलग राज्यों में कोरेंटाइन की स्थिति। know about quarantine protocol if you are going to other state by domestic flights | knowledge – News in Hindi

महाराष्ट्र – मुंबई एयरपोर्ट पर अधिकारी वहां उतरने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग करेंगे. उसके बाद उनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिखे तो उन्हें 14 दिनों के होम आइसोलेशन में भेजेंगे.
राजस्थान – अगर आप राजस्थान जाने का प्रोग्राम बना रहे हों तो ये जान लें वहां वृद्धों और लक्षण वाले यात्रियों को 14 दिनों का इंस्टीट्यूशनल कोरेंटाइन में भेजा जाएगा. बाकी यात्रियों को लेकर उनके कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं हैं.
गुजरात – राज्य सरकार आइसोलेशन कहां करना है, इसके लिए बाध्य नहीं करेगी- लेकिन वो आपको तय करना होगा कि आप इंस्टीट्यूशनल आइसोलेशन में जाएंगे या ये अवधि घर पर रहकर गुजारेंगे.उत्तर प्रदेश – 14 दिनों का होम कोरेंटाइन करना होगा. जो बिजनेस विजिट पर हों उन्हें इससे छूट मिलेगी लेकिन उनको अपने सारे विवरण भरकर देने होंगे कि वो ठहरे कहां हैं और उन्हें केवल सात दिनों के लिए ही ठहरने की अनुमति होगी.
उत्तराखंड – सरकार द्वारा तय किए गए होटल या जगह पर 10 दिनों का कोरेंटाइन करना होगा.लेकिन अगर आपका स्वास्थ्य ठीक हुआ तो और स्वास्थ्य अधिकारी इससे संतुष्ट हैं तो आपको होम कोरेंटाइन करने की अनुमति मिल सकती है.
पंजाब – 14 दिनों का होम आइसोलेशन करना होगा.
हिमाचल प्रदेश – 14 दिनों का इंस्टीट्यूशनल कोरेंटाइन करना होगा
चंडीगढ़ – कोई कोरेंटाइन नहीं करना होगा
हरियाणा – गुड़गांव प्रशासक आमतौर पर 14 दिनों के होम आइसोलेशन के लिए कहते हैं.

हर राज्य में पहुंचने वाले यात्रियों के लिए अलग अलग नियम उस राज्य ने तय किए हैं, जिसे फॉलो करना ही होगा. अगर ये बात आपको मालूम नहीं होगी तो दिक्कत का भी सामना करना पड़ सकता है
जम्मू-कश्मीर – चार दिनों का इंस्टीट्यूशनल कोरेंटाइन
पश्चिम बंगाल – इसे लेकर कोई स्पष्टता नहीं है. वहां 28 मई से घरेलू उड़ानों को इजाजत दी जाएगी. तभी वो इसके बारे में कोई नियम तय करेंगे
ओडिशा – प्रोफेशनल, सरकारी अधिकारियों, बिजनेसमैन को कोरेंटाइन के नियम से छूट दी जाएगी. बशर्ते कि वो 72 घंटे के भीतर वापस जा रहे हों. अन्य को 14 दिनों का समय होम आइसोलेशन में गुजारना होगा.
बिहार – कोरेंटाइन की कोई जरूरत नहीं
झारखंड – सभी के लिए 14 दिनों का होम कोरेंटाइन
असम – सात दिनों का इंस्टीट्यूशनल कोरेंटाइन. इसके बाद 07 दिनों का होम आइसोलेशन. वो लोग जो उसी दिन वापस लौट रहे हों, उन्हें कोरेंटाइन के नियम से नहीं गुजरना होगा.
मिजोरम – किसी भी यात्री को राज्य में प्रवेश तभी दिया जाएगा जबकि उसके पास स्पेशल परमिशन हो, जो राज्य का गृह विभाग द्वारा दिया जाएगा.
मध्य प्रदेश – 14 दिनों का इंस्टीट्यूशनल कोरेंटाइन उन लोगों के लिए जिनमें कोई लक्षण नजर आएं
छत्तीसगढ़ – 14 दिनों का आइसोलेशन किसी होटल के कमरे या सरकार द्वारा प्रदान की गई सविधा में या घर में.
केरल – 14 दिनों का होम आइसोलेशन
तमिलनाडु – 14 दिनों का होम आइसोलेशन. इंस्टीट्यूशनल कोरेंटाइन उनके लिए होगा, जिनके पास घऱ में ठहरने की सुविधा नहीं होगी.

कर्नाटक में 07 दिनों का इंस्टीट्यूशनल कोरेंटाइन इसके बाद घर पर 07 दिनों का होम आइसोलेशन करना पड़ सकता है. इसके साथ कई और शर्तें भी जुड़ी हैं.
कर्नाटक – 07 दिनों का इंस्टीट्यूशनल कोरेंटाइन इसके बाद घर पर 07 दिनों का होम आइसोलेशन-ये प्रावधान उन लोगों के लिए होंगे, जो महाराष्ट्र, गुजरात,तमिलनाडु, दिल्ली, राजस्थान औऱ मध्य प्रदेश से हवाई यात्रा से आएंगे. इसके अलावा 14 दिनों का होम आइसोलेशऩ उन सभी लोगों के लिए होगा जो अलग राज्यों से आ रहे होंगे. प्रेग्नेंट महिलाओं, 10 वर्ष तक या इससे कम उम्र के बच्चों, 80 साल से ऊपर के सीनियर सिटीजन औऱ बीमार लोग इंस्टीट्यूशनल कोरेटाइंन से अलग रखे जाएंगे. बिजनेस यात्रियों को तभी इससे छूट मिलेगी, अगर वो कोविड-19 का निगेटिव प्रमाणपत्र साध रखे हों, जिसको आईएमसीआर एप्रुव्ड लैब ने जारी किया हो.
आंध्र प्रदेश – 14 दिनों का होम आइसोलेशन या सरकारी सविधा में रुकना होगा.
तेलंगाना – जिन यात्रियों में लक्षण नजर आ रहे हों, उन्हें अस्पताल भेजा जाएगा या वो घर पर भी आराम कर सकेंगे.
गोवा- जिनके पास कोरोना निगेटिव सर्टीफिकेट नहीं होगा. उनको वहीं पर 2000 रुपए देकर टेस्ट कराना होगा और फिर टेस्ट का रिजल्ट आने तक होम कोरेंटाइन करना होगा. अगर टेस्ट पॉजिटीव हुआ तो उन्हें कोविड हास्पिटल्स में भर्ती कराया जाएगा. ऐसी स्थिति में उनके परिवार को इंस्टीट्यूशनल कोरेंटाइन में रखा जाएगा. इसके अलावा अन्य सभी के लिए 14 दिनों का होम आइसोलेशन जरूरी होगा. जो टेस्ट कराना वहन नहीं कर सकते, उन्हें भी 14 दिनों का होम आइसोलेशन करना होगा.
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