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केजरीवाल सरकार ने लिया बड़ा फैसला- दिल्ली के 117 प्राइवेट अस्पतालों के इतने प्रतिशत बेड होंगे अब कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व – Arvind Kejriwal delhi government takes a big decision 20 percent beds in 117 private hospitals reserved for covid19 patients nodrss | delhi-ncr – News in Hindi

दिल्ली सरकार का बड़ा फैसलाः Corona मरीजों के लिए रिजर्व होंगे 117 निजी अस्पतालों के इतने बेड

प्राइवेट अस्पतालों में बेड्स की किल्लत के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है.

दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने अपने नए आदेश में कहा है कि दिल्ली में मौजूद 117 नर्सिंग होम और प्राइवेट अस्पतालों, जहां 50 बेड या 50 बेड से ज्यादा की क्षमता है उन सभी अस्पतालों में 20% बेड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व होंगे.

नई दिल्ली. दिल्ली (Delhi) में कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते मामले को देखते हुए की केजरीवाल सरकार (Kejriwal Government) ने बड़ा फैसला लिया है. कोरोना मरीजों के इलाज में लगे मौजूदा प्राइवेट अस्पतालों में बेड्स की किल्लत के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. दिल्ली सरकार ने अपने नए आदेश में कहा है दिल्ली में मौजूद 117 नर्सिंग होम और प्राइवेट अस्पतालों, जहां 50 बेड या 50 बेड से ज्यादा की क्षमता है उन सभी अस्पतालों में 20% बेड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व होंगे. दिल्ली सरकार का यह फैसला बहुत बड़ा माना जा रहा है, क्योंकि अभी तक दिल्ली में कुल 10 प्राइवेट अस्पतालों को ही कोरोना मरीजों के इलाज की जिम्मेदारी दी गई थी.

117 प्राइवेट अस्पतालों के 20% बेड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व
दिल्ली में कुल 14 अस्पताल हैं, जिन्हें कोविड-19 के लिए नामित किया गया है. लोक नायक अस्पताल, जो कि दिल्ली सरकार द्वारा संचालित किया जाता है, उसमें लगभग 2,000 बेड हैं, जिनमें से लगभग 27 प्रतिशत पर कोरोना मरीजों का इलाज किया जा रहा है. इसी तरह, एम्स (दिल्ली और झज्जर) में वर्तमान में 407 कोविड-19 पॉजिटिव मरीज भर्ती हैं. वहीं दिल्ली के सबसे ज्यादा 8 निजी अस्पतालों में भी कोरोना के मरीजों का इलाज किया जा रहा है. निजी अस्पतालों में ज्यादातर में कोविड के लिए आरक्षित बेड फुल हो चुके हैं. स्थिति को देखते हुए कई अस्पतालों में सिर्फ गंभीर हालत के कोरोना मरीजों को ही भर्ती किया जा रहा है. एक आंकड़े के मुताबिक निजी अस्पतालों में कुल 631 बेड आरक्षित किए गए हैं. इनमें से करीब 80 फीसदी 507 बेड भरे जा चुके हैं.

फिलहाल 14 अस्पतालों में कोरोना का इलाजइन 14 कोविड अस्पतालों में से राज्य सरकार द्वारा 2, केन्द्र सरकार द्वारा 4 संचालित है. इसके अलावा 8 निजी अस्पतालों में कोरोना के मरीजों का इलाज किया जा रहा है. दिल्ली के शीर्ष अस्पताल जैसे अपोलो (सरिता विहार), मैक्स स्मार्ट (साकेत), फोर्टिस (शालीमार बाग) और सर गंगा राम सिटी और पूसा रोड में सर गंगा राम कोलमेट लगभग भरे हुए हैं.

कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए और पहले से चयनित अस्पतालों में दबाव कम करने के लिए कुछ नए अस्पतालों का चयन कोविड-19 के इलाज के लिए किया गया है. माना जा रहा है कि इन 114 अस्पतालों में बेड उपलब्ध होने से पहले से कोरोना का इलाज कर रहे 14 अस्पतालों पर से बोझ कम होगा और डॉक्टर भी मरीज को बेहतर उपचार कर पाएंगे.

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First published: May 24, 2020, 9:55 PM IST



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