मॉडल छात्रावास बनाने घोड़ागांव एवं कारसिंग छात्रावासों का निरीक्षण
बच्चों में शिक्षा में रुचि बढ़ाने के लिए हर सुविधा होनी आवश्यक- कलेक्टर
सबका संदेश, कोण्डागांव, 23 मई 2020 । आज कलेक्टर नीलकण्ठ टीकाम ने मॉडल छात्रावास विकसित करने के लिए प्री मेट्रिक बालक छात्रावास घोडागाँव, कारसिंग एवं प्री मेट्रिक बालक छात्रावास कोण्डागांव का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने आश्रम-छात्रावासों को मॉडल बनाने के लिए आमूलचूल परिवर्तन करने के निर्देश दिए जिसके तहत उन्होंने ने परिसर में किचन गार्डन बनाने को कहा वहां ताकि संचालित रसोई को सब्जियों के लिए बाजार पर निर्भर ना रहना पड़े साथ ही उन्होंने पीने के पानी की उत्तम व्यवस्था, शयन हेतु गद्दों, चादरों की व्यवस्था करने को कहा। उन्होंने बताया कि एक छात्र के लिए पढ़ाई के लिए अच्छा वातावरण बहुत आवश्यक है जिसके लिए आश्रम में अलग से स्टडी रूम विकसित करना है जहां उनके लिए कोर्स की पुस्तकों के साथ प्रेरणादायी चरित्रों की पुस्तकें रखने एवं आश्रम के किचन एवं शौचालयों को अत्यंत विकसित करने पर जोर दिया और शयन कक्ष में सभी के लिए मच्छरदानी एवं अलमारी निर्माण के निर्देश दिए। इस पर उन्होंने सभी खिड़कियों पर मेडिकेटेड मच्छरदानी एवं अधीक्षक के कक्ष के पास ही अभिभावकों के मिलने के लिए अलग कक्ष निर्माण करने को भी कहा।
ज्ञात हो कि राज्य शासन ने विगत दिनों प्रत्येक जिले में दस-दस छात्रावासों को मॉडल बनाने के निर्देश दिये हैं। इसके लिए शासन द्वारा कमिश्नर बस्तर संभाग को 20 करोड़ रूपये की राशि भी स्वीकृति प्रदान की गई। इस पर कलेक्टर ने बताया कि मॉडल छात्रावास एक शुरुआत ही है सर्वप्रथम इन दस छात्रावासों को लक्ष्य बनाकर कार्ययोजना तैयार की जा रही है। इसके पूर्ण होने के बाद सभी छात्रावासों के लिए ये प्रेरणा का कार्य करेंगे और भविष्य में जिला प्रशासन भी सभी छात्रावासों को इन्ही की तरह सुव्यवस्थित तरीके से विकसित करेगा क्योंकि किसी भी छात्र को शिक्षा के लिए प्रेरित करना है तो उसे आदर्श वातावरण एवं सभी सुविधाएँ दिलानी आवश्यक है ताकि छात्र अपना सम्पूर्ण ध्यान पढ़ाई पर लगा सके और उसकी पढ़ाई में रुचि और बढाई जा सके। इस दौरान सहायक आयुक्त जी.एस.सोरी, सीएमएचओ डाॅ.टी.आर.कुंवर, एसडीओ (आरईएस) सचिन मिश्रा सहित अन्य विभागीय अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।