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केन्द्र सरकार के मजदूर विरोधी श्रमकानूनो के बदलाव का यूनियनों द्वारा किये जा रहे विरोध का एचएमएस ने किया समर्थन

कहा अभी कर रहे हैं सांकेतिक विरोध, कानून वापस नही लिये तो विरोध में यूनियन उतरेगी सड़क पर

भिलाई श्रमिक सभा एचएमएस की यूनियन कार्यालय सेक्टर दो में आवश्यक बैठक 21 मई 2020 को हुई जिसमें यूनियन के पदाधिकारियों ने सोशल डिस्टेन्स का पूर्णत::पालन करते हुए विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की। यूनियन के महासचिव प्रमोद मिश्रा ने केन्द्र सरकार द्वारा प्रस्तावित श्रम कानूनों के बदलाव का देश के युनियनों के द्वारा किये जा रहे विरोध का पूर्ण समर्थन करते हुए कहा कि वर्तमान कोरोना काल में अभी हम सॉकेतिक विरोध कर रहे हैं आगे भविष्य में सड़क पर उतरकर इसका विरोध करेंगे। युनियन के उपाध्यक्षद्वय जी. जोगिंदर राव एवं दीपक मुदलियार ने कहा कि केन्द्र सरकार पूजीपतियों के इशारे पर श्रमिकों का हक मारने का घिनौना प्रयास कर रही है जो निदंनीय है यह सरकार आंरभ से ही मजदूरों पर मनमानी कर रही है हमारी युनियन व हमारे श्रमिक इनके गलत नीतियों का विरोध करते रहेंगे। उपमहासचिव डी.के.सिंह एवं हरी राम यादव ने केन्द्र सरकार एवं सेल प्रबंधन के धीमी गति पर रोष प्रकट करते हुए कहा कि सेल के कर्रि्मयों के पेंशन का निर्णय हो जाने के बाद भी इनके कछुवा चाल से कार्मिक हतास हो रहे हमारी सेल चेयरमेन से अनुरोध है कि शीघ्रता से निर्णय लेते हुए वर्ष 2020 तक रिटायर होने वाले कार्मियों को भी पेंशन प्रारंभ कराने आदेश देवे। उपमहासचिव द्वय धनंजय चतुर्वेदी एवं हेमंत महोबिया ने कहा कि वैश्विक मंदी के दौर में सेल को उबारने के लिए माननीय केन्द्रीय इस्पात मंत्री एवं सेल चेयरमेन, भिलाई में लीज का छठवाचरण लाये व पुराने विवादों का निराकरण कर लोगों को राहत प्रदान करे इससे सेल को अत्याधिक आर्थिक मदद मिलेगी और बीएसपी के मकानों से अवैध कब्जे रहेंगे। वरिष्ठ युनियन नेता धर्मेन्द्र बंजारे, दीपक चौबे व गुलाब सोनी ने कहा कि उत्पादन के साथ लोगों को जान की फिक्र करना भी जरूरी है अत: महत्वपूर्ण एवं खतरे वाले विभागों में प्रबंधन मनमाने ढ़ंग से ठेका पद्धति न थोपे इससे जानलेवा दुर्घटनाओं में इजाफा होता है एवं इसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ता है। युनियन के अध्यक्ष एच.एस.मिश्रा ने कहा कि इस संकट व मंदी के दौर में हमारे सेल चेयरमैन महोदय विशेष प्रकार के निर्णय ले रहे है कुछ दिनों पहले आनन फानन सेल में अधिकारियों की प्रमोशन पालिसी में बदलाव व सभी युनिट के अधिकारियों को एक एक गे्रड का जनरल प्रमोनशन देकर उपकृत किया गया जबकि वर्करों के विषय में कुछ भी नही सोचा गया। सेल को देश के नवरत्नों में शामिल की गई है तो उसमें 90 प्रतिशत का योगदान हमारे कार्मिक भाईयों की मेहतन है। बिना वर्करों के कुछ भी पाना संभव नही है। पहले बोनस एक्सग्रेसिया वर्करों का तय होता था तब अधिकारी भी अब हमारा भी हो जायेगा ऐसी उम्मीद लगाते थे। ये चेयरमेन साहब केवल अधिकारियों को खुश करके वाहवाही बटोर रहे है। केन्द्र सरकार की मजदूर विरोधी नीति का लाभ अधिकांश अधिकारी उठा रहे है और प्लांट में मनमानी कर रहे है वरिष्ठ युनियन नेता लखविंदर सिंह एवं अशोक पंडा ने प्रबंधन से मांग की कि आई.आर. विभाग को संरक्षित क्षेत्र से बाहर लाया जाए क्योंकि आई.आर. में जाने में सभी को परेशानी होती है वहां के प्रमुख सोनी जी को फोन करो तो वह एसएमएस कर देते है कि थोड़ी देर में फोन करता हूं, परंतु वह थोड़ी देर कभी नही आता। इतनी लचर व्यवस्था आई.आर. विभाग में कभी नही हुई थी पूरा विभाग सुस्त पड़ा है। यूनियन के कार्यवाहक अध्यक्ष प्रेम सिंह चंदेल ने कहा कि एचएमएस युनियन कई सालों से मांग करते आ रही है कि ई-0 बने लोगों के रिक्त पदों को भरा जाए। पहले जैसे ही ई-0 से ई-1 का पद 6 माह में मिलता था तत्काल  डी कलस्टर में पद रिक्त मानकर भर दिया जाता था पर अबकी बार कई वर्षों से मांग हो रही है पर प्रबंधन ध्यान नही दे रहा है शायद इस चीज को उच्च प्रबंधन समझ ही नही पाया है। इसी तरह मेडिकल अनफिट एवं उनके  आश्रितों को नौकरी की व्यवस्था में सुधार की मांग एचएमए करते आ रही थी जिसे डायरेक्टर पर्सनल श्री अतुल श्रीवास्तव एवं पूर्व जीएम श्री पंडा ने समझ कर एक सिस्टम में व्यवस्थित किया इसके लिए उन्हें एचएमएस साधुवाद देती है। ई-0 के स्थान पर प्रमोशन के मामले में दो बार की प्रतिनिधि युनियन सीटू एवं इस बार की प्रतिनिधि युनियन इंटक की चुप्पी भी आश्चर्य जनक है सैकड़ोंं वर्करों की नुकसान हो रहा है और प्रतिनिधि युनियनों के नेता मात्र हाजरी पाकर ही खुश हैं। इस मुद्दे पर प्रबंधन गंभीरता से ध्यान दे व लोगों को उनका प्रमोशन मिले।

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