झूला झूलते वक्त चुनरी के फंदे में गला फंसने से 7वीं कक्षा के छात्र की मौत

मृत बच्चे की बुधवार को थी परीक्षा, हादसे के बाद से परिवार में मातम का माहौल
दुर्ग। घर में लगा झूला जिस मासूम बच्चे के लिए मनोरंजन का साधन था, वहीं झूला मंगलवार की शाम उसकी मौत का कारण बना। यह दर्द विदारक घटना सुभाषनगर सरस्वती ज्ञान मंदिर हायर सेकंडरी स्कूल के पास की है। मृत बच्चा शौर्य पंसारी 14 वर्ष पिता शरद पंसारी डीएव्ही हुडक़ों भिलाई में कक्षा 7वीं का छात्र था। मंगलवार की रात करीब 8 बजे शौर्य अपनी 3 वर्षीय छोटी बहन चिंकी के साथ घर में खेल रहा था। झूला झुलते समय शौर्य का हाथ अचानक फिसल गया था। जिससे उसका गला झूले में लगे चुनरी के फंदे में आ गया। यह हादसा उसकी मौत का कारण बना। हादसे के समय शौर्य की मां रत्ना व पिता शरद पंसारी घर से बाहर थे। मां मोहल्ले में ही किराना दुकान का संचालन करती है। वह दुकान से जब घर वापस पहुंची, तो अपने बच्चे को चुनरी के फंदे में लटके अवस्था में देखकर उसके होश उड़ गए। सूचना पर पिता शरद भी घर पहुंचे। शौर्य को माता-पिता ने पहले उपचार के लिए व्हीव्याय हॉस्पिटल पद्मनाभपुर लाया, लेकिन चिकित्सक ने उन्हे जिला अस्पताल ले जाने की सलाह दी। जिला अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने परीक्षण उपरांत शौर्य को मृत घोषित कर दिया। अपने इकलौते पुत्र के हादसे में आकस्मिक मौत से माता-पिता बदहवास की स्थिति में है। परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा हुआ है। इस घटना से मोहल्ले में शोक की लहर है। जिसने भी इस घटना को सुना उसकी आंखे नम हो गई। बताया गया है कि शौर्य की इच्छा पर पिता ने अपने प्रथम तल के घर के एक कमरे में लोहे की पाईप लगा रखा है। उस पाईप में शौर्य कभी रस्सी व कभी चुनरी लगाकर झूला झूलता था। मंगलवार की शाम भी वह झूल रहा था। तब हादसे में उसकी मौत हो गई। मृत बच्चे शौर्य का बुधवार को परीक्षा थी। पिता शरद पंसारी अपने पुत्र के नाम से शौर्यपथ नाम से साप्ताहिक समाचार पत्र निकालते है। जिसके वे संपादक है। शौर्य के निधन की खबर पर शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाने शहर के गणमान्य नागरिक व मीडिया कर्मी उनके घर पहुंचे थे। समाजसेवी प्रताप मध्यानी,पार्षद दीपक साहू, हमीद खोखर ने पंसारी परिवार से मुलाकात कर दुख व्यक्त किया है। दुर्ग-भिलाई के पत्रकारों ने निधन पर शोक जाहिर किया है।