Indian Railway को मिली बड़ी कामयाबी! बनाया देश का सबसे शक्तिशाली ‘मेड इन इंडिया’ इंजन – Indian Railways Big achievement create most powerful rail engine India became sixth country in world | business – News in Hindi
Indian Railway को मिली बड़ी कामयाबी! बनाया देश का सबसे शक्तिशाली ‘मेड इन इंडिया’ इंजन
भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने बड़ी कामयाबी हासिल की है. देश के सबसे पावरफुल इंजन ने काम शुरू कर दिया है. भारत हाई हार्स (India Become 6th Nation ) पावर वाले लोकोमोटिव का उत्पादन करने वाले विशिष्ट वर्ग में शामिल होने वाला दुनिया का 6वां देश बन गया.
हाई हार्स पावर वाले लोकोमोटिव बनाने वाला दुनिया का 6वां देश
भारत हाई हार्स पावर वाले लोकोमोटिव का उत्पादन करने वाले विशिष्ट वर्ग में शामिल होने वाला दुनिया का 6वां देश बन गया. यह पहली बार है जब बड़ी लाइन की पटरी पर हाई हार्स पावर के इंजन का संचालन किया गया है. बिहार के मधेपुरा इलेक्ट्रिक लोको फैक्ट्री में निर्मित इस इंजन को भारतीय रेलवे व यूरोपियन कंपनी एलेस्ट्रोम के साथ मिलकर बनाया है. मधेपुरा इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव प्राइवेट लिमिटेड (एमईएलपीएल) 11 वर्षों में 800 अयाधुनिक 12000 एचपी के इलेक्ट्रिक फ्रेट लोकोमोटिव का निर्माण करेगी. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी इस उपलब्धि को लेकर ट्वीट किया है.
ये भी पढ़ें: टिकट बुक करने से पहले जान लें Railway द्वारा जारी इन 20 निर्देशों के बारे में
.@RailMinIndia ने 12000 एचपी का अपना सबसे शक्तिशाली ‘मेड इन इंडिया’ इंजन सफलतापूर्वक चलाया
भारत दुनिया का छठा ऐसा देश है जो स्वदेश में ही ज्यादा हॉर्स पावर का इंजन बनाने वाले देशों के प्रतिष्ठित क्लब में शामिल हो गया है (1/2)
विवरण: https://t.co/nBv79ngHdt pic.twitter.com/kandiVD90f
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) May 19, 2020
2015 में हुआ था 25 हजार करोड़ रुपये का समझौता
रेलवे की सबसे बड़े प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) परियोजना के तहत रेल मंत्रालय और एलेस्ट्रोम ने 2015 में 25 हजार करोड़ रुपये का समझौता किया था. परियोजना के तहत कंपनी मालगाड़ियों के 12000 एचपी के 800 इलेक्ट्रिक इंजन बनाएगी अैर 11 साल तक उनका रखरखाव करेगी.
ये भी पढ़ें: अब घर बैठे खुल जाएंगे Bank Account, सभी बैंक शुरू कर सकते हैं ये सर्विस
मेक इन इंडिया की तर्ज पर बना ये इंजन
बिहार में मधेपुरा इलेक्ट्रिक लोको फैक्ट्री में मेक इन इंडिया की तर्ज पर इंडियन रेलवे और यूरोपियन कंपनी एलेस्ट्रोम के साथ मिलकर बनाया गया है. अब तक भारत में अधिकतम साढ़े तीन हजार टन वजन खींचने वाला इंजन बनता था, जबकि इस इंजन की क्षमता छह हजार टन वजन खींचने की है. इंजन का नाम डब्ल्यूएजी 12 नंबर 60027 है. यह ट्रेन पूर्व मध्य रेलवे के धनबाद मंडल के लिए दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन से दोपहर बाद लंबी दूरी के लिए रवाना हुईए जिसमें 118 वैगन शामिल थे.
News18 Hindi पर सबसे पहले Hindi News पढ़ने के लिए हमें यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें. देखिए मनी से जुड़ी लेटेस्ट खबरें.
First published: May 20, 2020, 1:10 PM IST