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महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना के खिलाफ उठाया बड़ा कदम, प्राइवेट हॉस्पिटल में 80% बेड किए रिजर्व | covid 19- Maharashtra govt to 80 percent reserved beds in pvt hospitals | maharashtra – News in Hindi

महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना के खिलाफ उठाया बड़ा कदम, प्राइवेट हॉस्पिटल में 80% बेड किए रिजर्व

प्राइवेट हॉस्पिटल में राज्य सरकार तय करेगी इलाज की दर

महाराष्ट्र (Maharashtra) सरकार ने उठाया बड़ा कदम, कहा- कोरोना (Covid-19) और अन्य प्रकार के मरीजों के लिए अब मुंबई के प्राइवेट हॉस्पिटलों को 80 प्रतिशत बेड रिजर्व रखना जरूरी होगा.

मुंबई. महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई (Mumbai) में कोरोना और अन्य प्रकार के मरीजों के इलाज के लिए कड़ा निर्णय लिया है जिसके तहत अब मुंबई के प्राइवेट हॉस्पिटलों (Private Hospital) को 80 प्रतिशत बेड रिजर्व रखना जरूरी होगा और रोगियों को सरकार द्वारा निश्चित की गई दर पर इलाज मुहैया कराना होगा. सरकार को उम्मीद है कि इस तरह से प्राइवेट हॉस्पिटल में लगभग 6,000 बेड मिलेंगे. इन बेड के लिए मरीजों को एक केंद्रीकृत पोर्टल प्रणाली के माध्यम से भर्ती किया जाएगा. 30 अप्रैल को जारी की गई पहली अधिसूचना के बाद एक और अधिसूचना बुधवार को जारी होने वाली है.

लागत का 10% से ज्यादा नहीं ले सकेंगे शुल्क
जारी की गई संशोधित अधिसूचना में टाटा मेमोरियल अस्पताल के शुल्क के अनुसार ऑनकोसर्जरी के लिए शुल्क तय किए जाएंगे. एक अधिकारी ने बताया कि हम संक्रमण नियंत्रण, परामर्श और नर्सिंग से संबंधित लागतों पर विचार करने के बाद शुल्क तय करेंगे. पीपीई (व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण) के लिए अस्पताल अलग से शुल्क ले सकते हैं. उन्होंने कहा कि अगर पीपीई की लागत 100 रुपये है तो अस्पताल 110 रुपये से अधिक नहीं ले सकता है.

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सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि जो लोग GIPSA का हिस्सा नहीं हैं, वे राज्य दर चार्ट का पालन करेंगे. निजी अस्पतालों को इन 80 प्रतिशत बिस्तरों के लिए GIPSA (जनरल इंश्योरेंस पब्लिक सेक्टर एसोसिएशन) दरों का पालन करना होगा. मुंबई के कई निजी अस्पतालों जो कि GIPSA का हिस्सा नहीं हैं उन्हें सरकार द्वारा तैयार की गई दरों का पालन करना होगा. इसके अलावा, डायलिसिस की लागत 2,500 रुपये, नी-रिप्लेसमेंट 2.4 लाख रुपये, मोतियाबिंद 25,000 रुपये और सामान्य डिलीवरी 75,000 रुपये तय की गई है.

14 दिनों में सुधरने की है उम्मीद
राज्य के स्वास्थ्य सचिव डॉ. प्रदीप व्यास ने कहा कि यदि मामले दोगुने भी हुए तो हमारे पास कोविड-19 के लिए पर्याप्त बेड की सुविधा है. कोरोना के मामलों में 14 दिनों में सुधार होने की उम्मीद है. बृहन्मुंबई नगर निगम के डेटा से पता चलता है कि गंभीर रूप से बीमार रोगियों के लिए अस्पतालों में 1,960 बेड हैं. वहीं मुंबई के सार्वजनिक क्षेत्र के अस्पतालों में 3,657 बेडों तक विस्तार किया है. निजी अस्पताल में वर्तमान में 1,400 बेड हैं.

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First published: May 20, 2020, 9:20 AM IST



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