लॉकडाउन में दुनिया के इस सुदूर द्वीप में फंसी ट्रैवल ब्लॉगर, बताया- यहां लोग देखते हैं बॉलीवुड मूवी | travel blogger isolating in world most remote island share people watch bollywood movies in lockdown | social-viral – News in Hindi
ट्रैवल ब्लॉगर ईवा जू बेक यमन (Yemen) के द्वीप सोकोत्रा (Socotra) में घूमने गई थीं और लॉकडाउन (Lockdown) के कारण वहीं रुक गईं.
नई दिल्ली. कोविड 19 महामारी (Covid 19) के कारण अधिकांश देशों में लॉकडाउन (Lockdown) लागू है. इसके चलते कई ऐसे लोग दूसरे देशों में फंसे हुए हैं, जो वहां घूमने गए थे और अचानक लॉकडाउन लग गया. इन्हीं में से एक हैं ट्रैवल ब्लॉगर ईवा जू बेक. वह यमन के द्वीप सोकोत्रा (Socotra) में घूमने गई थीं और लॉकडाउन के कारण वहीं रुक गईं. उन्होंने बताया कि इस द्वीप के लोग बॉलीवुड मूवी देखकर टूटी फूटी हिंदी बोलते हैं.
सीएनएन की खबर के अनुसार ईवा सोकोत्रा द्वीप 11 मार्च को पहुंची थीं. इसी के तुरंत बाद ही दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने लगे और देशों ने लॉकडाउन की घोषणाएं करना शुरू कर दिया. ईवा को 15 मार्च को बताया गया कि लॉकडाउन के कारण सोकोत्रा द्वीप को बंद किया जा रहा है. ऐसे में वे और अन्य टूरिस्ट एयरपोर्ट चले जाएं. लेकिन ईवा और कुछ अन्य लोगों ने वहीं रुकने का फैसला लिया.
ईवा ने बताया, ‘सोकोत्रा में एक हफ्ते से कोई भी नया व्यक्ति नहीं आया था. ऐसे में ये यूरोप के किसी भी देश या एयरपोर्ट से अत्यधिक सुरक्षित जगह थी. इसलिए मैंने यहां रुकने का निर्णय लिया. मैं यहां रहकर कोविड 19 महामारी के खात्मे का इंतजार कर रही हूं.’
ईवा सोकोत्रा द्वीप में रहकर इंस्टाग्राम पर अपडेट करती रहती हैं. उन्होंने हाल ही में इंस्टाग्राम पर जानकारी दी कि सोकोत्रा द्वीप पर लोग अब खाली समय में बॉलीवुड फिल्में देख रहे हैं और उनसे टूटी-फूटी हिंदी सीख रहे हैं. उन्होंने बताया, ‘यहां मौजूद लड़कियां बॉलीवुड मूवी देखती हैं और उनके गानों के साथ-साथ टूटी-फूटी हिंदी में गाती हैं. यहां टीवी सोलर पैनल के भरोसे चलते हैं.’
उन्होंने बताया, ‘यहां लड़कियां पहले ऐश्वर्या राव बच्चन की तरह होती हैं और फिर सोकोत्रा का पुराना गीत गाने लगती हैं.’ ईवा इन दिनों सोकोत्रा द्वीप पर कैपिंग करती हैं. खाने के लिए मछली पकड़ती हैं और स्थानीय लोगों के साथ रहती हैं.
उन्होंने बताया कि सोकोत्रा में अब तक कोरोना वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया है. ऐसे में यहां रहना सुरक्षित है. वहां कोई सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन पाबंदियां नहीं हैं. हम यहां पूरे स्वतंत्र हैं, दोस्तों से मिलते हैं और जहां जाना होता है जाते हैं. ऐसा लगता है कि मानो हम किसी समानांतर ब्रह्मांड में आ गए हों.