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हिम्मत देती है कई बीमारियों से पीड़ित 84 साल के इस शख्स की COVID-19 से उबरने की कहानी । An 84-year old with comorbidities recalls how he fought off fear and Covid-19 | nation – News in Hindi

हिम्मत देती है कई बीमारियों से पीड़ित 84 साल के इस बुजुर्ग की COVID-19 से उबरने की कहानी

कई बीमारियों से पीड़ित होने के बावजूद 84 वर्षीय तपन मित्रा ने कोरोना वायरस को मात दी (वीडियो ग्रैब, Facebook)

80 साल से ऊपर की उम्र के ये बुजुर्ग कोरोना वायरस (Coronavirus) से लड़ाई के दौरान करीब 24 दिनों तक मौत से जूझते रहे.

कोलकाता. 84 वर्षीय तपन मित्रा ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ 24-दिन की लड़ाई में सफलता के साथ जीत हासिल की है. कई रोगों से पीड़ित होने के बावजूद उन्होंने ऐसा कर दिखाया. बिना किसी सटीक इलाज और इसके बाद आने वाले अकेलेपन के डर के बीच भी उन्होंने ऐसा कर दिखाया. वह कहते हैं कि इलाज के अलावा उन्हें इससे उबरने में जिसने मदद की, वह थी जीने की इच्छा और सुखद यादें, जिनके लिए मरा जा सकता है.

मित्रा को जिन समस्याओं का सामना करना पड़ा, उनकी गंभीरता को इसी से समझा जा सकता है कि क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD), डायबिटीज (diabetes), उच्च रक्तचाप, हृदय संबंधी बीमारियों में से कोई एक भी हो तो कोविड-19 रोगी (Covid-19 Patient) के लिए घातक हो सकता है लेकिन अजब बात है कि मित्रा इन चारों ही बीमारियों से पीड़ित थे.

दो बार ICU में रखे गये मित्रा, खुशनुमा यादों के जरिए कोरोना को दी मात
पिछले 24 दिनों में डॉक्टरों को “एक बहुत घातक कोविड-19 संक्रमण” और एक फिर से उभरे संक्रमण के साथ निपटना पड़ा, जो कि मित्रा के खून में विकसित हो गया था. दो बार मित्रा को आईसीयू (ICU) में रखना पड़ा. इस दौरान इस घातक संक्रामक को हराने की ताकत पाने के लिए 80 साल से अधिक के मित्रा अपनी “खुशनुमा यादों” (happy memories) को दोहराते रहे.कॉर्पोरेट जगत में कभी बेहद चर्चित रहे हैं मित्रा

कॉर्पोरेट जगत में एक सम्मानित व्यक्ति रहे और इंडियन एल्युमीनियम (Indian Aluminium) के प्रबंध निदेशक, हल्दिया पेट्रोकेमिकल्स के अध्यक्ष और भारतीय उद्योग परिसंघ के पूर्वी क्षेत्र के अध्यक्ष के रूप में काम कर चुके मित्रा ने बताया, “बिस्तर पर लेटे हुए, मैंने खुशनुमा और अच्छी यादों को याद करने की कोशिश की. मैं यात्राओं और लोगों को याद करते हुए बच गया. इससे मुझे इस अभूतपूर्व मानसिक तनाव से बचे रहने में भी मदद मिली.” वह प्रतिष्ठित कलकत्ता रोइंग क्लब के अध्यक्ष भी हैं.

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First published: May 19, 2020, 6:23 PM IST



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