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सीमा विवाद: नेपाल के PM ने कसा भारत पर तंज, कहा- सत्‍यमेव जयते या सिंहमेव जयते | nepal PM KP sharma takes on india on lipulekh and kalapani controversy | nation – News in Hindi

सीमा विवाद: नेपाल के PM ने कसा भारत पर तंज, कहा- 'सत्‍यमेव जयते' या 'सिंहमेव जयते'

नेपाल के पीएम केपी शर्मा ने भारत पर कसा तंज. Pic- facebook

नेपाल (Nepal) के प्रधानमंत्री केपी शर्मा (KP Sharma) ने संसद में कहा कि भारत के राष्‍ट्रीय चिह्न में ‘सत्‍यमेव जयते’ लिखा है या ‘सिंहमेव जयते’ लिखा है.

नई दिल्‍ली. कालापानी (Kalapani), लिम्पियाधुरा और लिपुलेख (Lipulekh) को लेकर भारत और नेपाल (India Nepal) के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है. नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा (KP Sharma) ने नया नक्‍शा जारी करने के बाद अब नेपाल की संसद में भारत पर बड़ा हमला बोला है. उन्‍होंने नेपाल की संसद में तंज कसते हुए कहा कि भारत के राष्‍ट्रीय चिह्न में ‘सत्‍यमेव जयते’ लिखा है या ‘सिंहमेव जयते’ लिखा है. उन्‍होंने भारत पर शक्ति का इस्‍तेमाल करने का भी अप्रत्‍यक्ष रूप से आरोप लगाया है.

नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ‘सिंहमेव जयते’ के जरिये यह कहना चाहते थे कि भारत सत्‍य की जीत चाहता है या सिंह (शक्ति) की जीत चाहता है. उन्‍होंने कहा कि नेपाल ने चीन के साथ अपनी स्थिति स्‍पष्‍ट की है. साथ ही भारत के साथ भी दोस्‍ती को प्रगाढ़ करने के लिए ऐतिहासिक गलतफहमियां दूर करने की जरूरत है.

प्रधानमंत्री केपी शर्मा ने कहा कि नेपाल सिर्फ अपनी जमीन को लेकर दावा कर रहा है. नेपाल ने भारत से सीमा विवाद का मुद्दा उठाया है. यह मुद्दा किसी तीसरे पक्ष के दबाव में नहीं उठाया गया है.

बता दें कि भारत के साथ सीमा विवाद के बीच नेपाल के कैबिनेट ने एक नया राजनीतिक मानत्रिच स्वीकार किया है जिसमें लिपुलेख, कालापानी और लिम्पियाधुरा को नेपाली क्षेत्र में दर्शाया गया है. विदेश मंत्री प्रदीप कुमार गयावली ने इस कदम की घोषणा से हफ्तों पहले कहा था कि कूटनीतिक पहलों के जरिए भारत के साथ सीमा विवाद को सुलझाने के प्रयास जारी हैं.नेपाल की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के सांसदों ने कालापानी, लिम्पियाधुरा और लिपुलेख को नेपाल की सीमा में लौटाने की मांग करते हुए संसद में विशेष प्रस्ताव भी रखा था. लिपुलेख दर्रा नेपाल और भारत के बीच विवादित सीमा, कालापानी के पास एक दूरस्थ पश्चिमी स्थान है. भारत और नेपाल दोनों कालापानी को अपनी सीमा का अभिन्न हिस्सा बताते हैं. भारत उसे उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले का हिस्सा बताता है और नेपाल इसे धारचुला जिले का हिस्सा बताता है.

भारत ने कहा था कि उत्तराखंड के पिथौड़ागढ़ जिले में हाल में उद्घाटित सड़क मार्ग पूरी तरह उसकी सीमा के भीतर आता है. नेपाल के वित्त मंत्री एवं सरकार के प्रवक्ता युवराज खाटीवाड़ा ने सोमवार को कहा था कि प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल ने देश के नये राजनीतिक मानचित्र क स्वीकृत किया है.

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First published: May 19, 2020, 4:52 PM IST



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