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PM मोदी के ई-लर्निग विज़न में साथ आया फ्रांस, 2020 में भारतीय छात्रों की डिजिटल क्लास से करेगा मदद । France to help Indian students begin classes for 2020 academic year through virtual classrooms | nation – News in Hindi

नई दिल्ली. फ्रांस (France) ने सोमवार को कहा कि यह कोविड-19 संकट (Covid-19 Crisis) के बीच भारत के साथ सहयोग बनाने के लिए नये के तरीकों की खोज कर रहा है. विशेषकर शिक्षा (Education) में. और उसने इस शैक्षणिक वर्ष के लिए छात्रवृत्ति (Scholarship) को 50% या 10 करोड़ रुपये तक बढ़ा दिया है.

ये प्रयास लॉकडाउन (Lockdown) के बावजूद लोगों के आपस में आदान-प्रदान को बढ़ाने पर केंद्रित हैं. फ्रांस, कोविड-19 संकट (Covid-19 Crisis) को अवसरों में बदलने का इरादा भी रखता है, खासकर शिक्षा, अनुसंधान और संस्कृति में भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए. पीएम मोदी ने भी इस ओर अपने पिछले राष्ट्र के नाम संबोधन में इशारा दिया था.

फ्रांस ने छात्रवृत्तियों को 50% या करीब 10 करोड़ रुपये बढ़ाया
यदि आवश्यक हुई तो वर्चुअल कक्षाओं के माध्यम से नये छात्रों के लिए शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत करने के लिए फ्रांस पूरी तरह से तैयार है. अधिकारियों को उम्मीद है कि छात्र अगर सितंबर में नहीं तो भी शरद ऋतु तक फ्रांस में अपनी कक्षाओं में शामिल होने हो सकेंगे.फ्रांसीसी दूतावास के एक बयान में कहा गया, “फ्रांस ने इस अकादमिक वर्ष के लिए छात्रवृत्ति के अनुपात में भी 50% की बढ़ोत्तरी की है, जो 10 करोड़ रुपये के बराबर है. छात्रों को भारत या फ्रांस में सेमेस्टर शुरू किए बिना ही इन छात्रवृत्तियों (Scholarships) का लाभ मिल जाएगा, ”

महामारी के बाद दुनिया को आकार देने में शिक्षा निभाएगी महत्वपूर्ण योगदान
फ्रांसीसी राजदूत इमैनुएल लेनैन ने कहा: “भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक साझेदारी लोगों से लोगों के संबंधों के माध्यम से मजबूत होती है. जैसे-जैसे फ्रांस और भारत धीरे-धीरे अपने लॉकडाउन से निकल रहे हैं, उनका आदान-प्रदान एक नई दुनिया और एक सामूहिक भविष्य के निर्माण के लिए काम करेगा.”

उन्होंने कहा कि विश्वव्यापी वैज्ञानिक सहयोग समय की जरूरत है क्योंकि कोई भी देश कोविड-19 संकट में अकेले सफलता नहीं पा सकता है. उन्होंने कहा, “हमारा देश मानता है कि शिक्षा एक महामारी के बाद की दुनिया को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, और इस तरह हम दोहराते हैं कि भारतीय छात्रों और शोधकर्ताओं (Researchers) का फ्रांस में स्वागत है.”

कोविड-19 संकट के दौरान बढ़ाई कई भारतीय छात्रों की वीजा और छात्रवृत्ति
योजना बनाने की चुनौतियों के बावजूद, फ्रांस उच्च अध्ययन के लिए भारतीय छात्रों का स्वागत करना जारी रखेगा. फ्रांस ने अपने विदेशी छात्रों को अपने फ्रांसीसी समकक्षों के साथ एक समान स्थान दिया है, उनकी सामाजिक और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली के माध्यम से उनकी सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित की है. कोविड-19 संकट के बीच, जहां आवश्यक लगा, वीजा (VISA) अवधि और छात्रवृत्ति बढ़ाई गई थी.

फ्रांसीसी दूतावास 2021 के शैक्षणिक सत्र के लिए छात्रों को लाने के लिए सितंबर के अंत में अपने द्विवार्षिक “चूज़ फ्रांस टूर” का एक वर्चुअल वर्जन भी लॉन्च करेगा. यह अधिक से अधिक फ्रांसीसी संस्थानों को पूरे भारत के छात्रों के साथ बातचीत करने में मदद करेगा.

13 से अधिक भारतीय शहरों में अलायंस फ्रांसेइस केंद्रों ने सुनिश्चित की फ्रेंच की पढ़ाई
फ्रांसीसी सरकार नेशनल साइंस फॉर ओपन साइंस के लिए भी प्रतिबद्ध है, और स्वास्थ्य और पर्यावरण को अधिक ध्यान में लाने के लिए 2021 में इंडो-फ्रेंच नॉलेज समिट का तीसरा संस्करण पुणे में होना निर्धारित है.

फ्रांसीसी नेटवर्क कार्यक्रम कोविड-19 महामारी से उत्पन्न स्थिति के अनुकूल हैं, और 13 से अधिक भारतीय शहरों में ‘अलायंस फ्रांसेइस’ (Alliance française) केंद्रों ने लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन कक्षाओं की व्यवस्था की है. इसने 31,000 से अधिक छात्रों के लिए फ्रेंच भाषा की लगातार पढ़ाई सुनिश्चित की है.

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