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Jio में 1.34 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगी जनरल अटलांटिक, 6,600 करोड़ रुपये की डील – General Atlantic of new york buys more than 1 percent of stake in Jio Platform for rs 6600 crore | business – News in Hindi

Jio में 1.34 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगी जनरल अटलांटिक, 6,600 करोड़ रुपये की डील

रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रबंध निदेशक व चेयरमैन मुकेश अंबानी

जियो प्लेटफॉर्म्स (Jio Platforms) में जनरल अटलांटिक (General Atlantic) 1.34 फीसदी स्टेक के लिए 6,598.38 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. जियो में यह एक महीने के अंदर चौथा निवेश है. जनरल अटलांटिक न्यूयॉर्क की प्राइवेट इक्विटी कंपनी है.

नई दिल्ली. रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म्स (Jio Platforms) में 1.34 फीसदी स्टेक के लिए न्यूयॉर्क की प्राइवेट इक्विटी फंड ‘जनरल अटलांटिक’ 6,598.38 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. किसी भी एशियाई कंपनी में ​जनरल अटलांटिक (General Atlantic-Jio Deal) की यह सबसे बड़ी निवेश है. इसके साथ ही करीब एक महीने में​ रिलायंस जियो (Reliance Jio) में विदेशी कंपनियों द्वारा चौथा निवेश है. इसके पहले फेसबुक, सिल्वर लेक पार्टनर्स और Vista इक्विटी पार्टनर्स ने ​जियो में निवेश किया है.

तीसरे इन्वेस्टमेंट के बाद जियो प्लेटफॉर्म्स की इक्विटी वैल्यू 4.91 लाख करोड़ रुपये और एंटरप्राइज वैल्यू 5.16 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई है. अब इस डील के साथ ही, जियो ने पिछले एक महीने में​ निवेश के ज​रिए करीब 67 हजार करोड़ रुपये प्राप्त किए हैं.

मुकेश अंबानी ने क्या कहा?
जनरल अटलांटिक के साथ इस डील पर रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के प्रबंध निदेशक व चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने कहा, ‘मैं जनरल अटलांटिक का स्वागत करते हुए उत्साहित हूं. वैश्विक निवेशक के तौर पर हमारे लिए एक अहम पार्टनर हैं. मैं जनरल अटलांटिक को कई दशकों से जानता हूं और भारत में ग्रोथ की संभावनाओं को लेकर उनके विश्वास की सराहना करता हूं. ​रिलायंस की तरह ही जनरल अटलांटिक भी भारत को डिजिटल सोसाइटी के तौर पर देखना चाहता है. यह 1.3 अरब लोगों की जिंदगी को डिजिटल तौर पर बदलने की चाह है. हम जनरल अटलांटिक के 40 साल की वैश्विक विशेषज्ञता और रणनीतिक अंर्तदृष्टि का लाभ ले सकेंगे.’अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने में मिलेगी मदद

जनरल अटलांटिक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बिल फोर्ड (Bill Ford) ने कहा, ‘वैश्विक टेक्नोलॉजी लीडर्स के लिए लॉन्ग टर्म ब्रोकर के तौर पर हम रिलायंस जियो में निवेश को लेकर उत्साहित हैं. हम मुकेश अंबानी की तरह ही डिजिटल कनेक्टिविटी की संभावनाओं में विश्वास रखते हैं और मानते हैं कि इससे भारत की अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिलेगी. भारत में डिजिटल क्रांति लाने के लिए जियो सबसे आगे है.’

कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस इन्वेस्टमेंट के बाद एक बार फिर यह साबित होता है कि जियो नेक्स्ट जेनरेशन सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट और प्लेटफॉर्म कंपनी के तौर पर उभरेगी. यह जियो की प्रोद्यौगिकी क्षमता को भी दर्शाता है. दुनियाभर में कोविड-19 की वजह से मौजूदा संकट के बीच भी यह बिजनेस मॉडल की क्षमता को दर्शाता है.

भारतीय बाजार में तकनीक का नया दौर
इसमें आगे कहा गया कि जियो में ये निवेश इस बात पर ज़ोर देते हैं कि कैसे वैश्विक निवेशक भारतीय बाजार में अपनी समझ को और गहरा कर रहे हैं. कोविड-19 के बाद भारत में तेजी डिजिटलीकरण देखने को मिलेगा. भारतीय बाजार में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, ब्लॉकचेन, एआर या वीीर, बिग डेटा जैसे कटिंग-एज तकनीकी क्षमता को बल मिल सकेगा.

(डिस्केलमर- न्यूज18 हिंदी, रिलायंस इंडस्ट्रीज की कंपनी नेटवर्क18 मीडिया एंड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड का हिस्सा है. नेटवर्क18 मीडिया एंड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड का स्वामित्व रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास ही है.)

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First published: May 17, 2020, 6:31 PM IST



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