छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

पहले से कर्ज में डूबे उद्योगपति कर्ज लेकर और कितना डूबेंगे कर्ज में-अतुलचंद साहू

भिलाई। भिलाई वायर ड्राईंग इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल चंद साहू ने उद्योगों के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा तीन लाख करोड़ का लोन दिए जाने की घोषणा को बेअसर व बेबुनियाद बताते हुए कहा कि यदि सरकार वास्तविक में उद्योगों को उठाना चाहती है तो उसे लॉकडाऊन के समय का उद्योगों को जो ब्याज लगा है उसे वापस किया जाये और साथ ही साथ सामान्य उपभोक्ताओं को कार लोन, होम लोन व अन्य लोन में लॉकडाऊन के समय का ब्याज की किश्त को माफ किया जाये ना कि, स्थगित किया जाये, इससे जहाँ रोजगार के साधन बढ़ेंगे लोगों को रोजगार मिलेगी, उद्योगपति वैसे भी कर्ज में डूबे हुए हैं और कर्ज लेकर क्या करेंगे।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा लॉकडाऊन में उद्योगों को दिये जाने वाली राहत ऊँठ के मुँह में जीरा के समान हैं आज भी कोई व्यक्ति यदि नये उद्योग के लिए बैंकों से लोन लेने जाता है तो उसे इस कदर कागजों के जंजाल में फंसा दिया जाता है कि, वह एक-एक पेपर इकट्ठा करते-करते एक साल से अधिक समय बैंकों का चक्कर लगाने में गवाँ देता है। इसके साथ ही अतुल चंद साहू ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के इस प्रस्ताव का स्वागत किया है कि, उद्योगों के जिन कर्मचारियों का पीएफ राशि का भुगतान सरकार द्वारा किये जाने का जो सुझाव दिया गया है वह निर्णय श्रमिकों के हित में है। साहू का कहना है कि, लघु एवं मध्यम उद्योगों को यदि ब्याज माफ कर दिया जाता तो लॉकडाऊन के बाद उद्योग पुर्नजीवित हो जाते और देश में जहाँ रोजगार के साधन बढ़ते वहीं उद्योग क्रान्ति की देश में एक नई शुरूआत होती।

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