विधान परिषद चुनाव में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे समेत निर्विरोध चुने गए नौ लोग | CM Uddhav Thackeray 8 Others Elected Unopposed to Maharashtra Legislative Council | maharashtra – News in Hindi
उद्धव ठाकरे नवंबर में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने थे
59 वर्षीय उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) पहली बार विधायिका के सदस्य बने हैं. वह शिवसेना (Shivsena) के अध्यक्ष भी हैं. उन्होंने पिछले साल 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और उन्हें 27 मई से पहले विधानमंडल के दोनों सदनों में से किसी एक का सदस्य बनना जरूरी था.
शुरुआत में कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के कारण चुनाव प्रक्रिया स्थगित कर दी गयी थी.
राज्यपाल ने चुनाव आयोग को लिखा था पत्र
प्रदेश के राज्यपाल बी एस कोश्यारी (BS Koshiyari) ने हाल ही में चुनाव आयोग (Election Commision) को पत्र लिखकर विधान परिषद के चुनाव कराने का अनुरोध किया था ताकि ठाकरे मुख्यमंत्री बनने के छह महीने के अंदर विधायिका में निर्वाचित होने के संवैधानिक प्रावधान को पूरा कर सकें.ये उम्मीदवार चुने गए निर्विरोध
नौ सीटों के लिए 14 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किये थे. इनमें से कागजों की छानबीन के दौरान एक उम्मीदवार का पर्चा खारज हो गया, वहीं भाजपा के अजीत गोपचडे तथा संदीप लेले, राकांपा के किरण पावस्कर और शिवाजीराव गर्जे ने 12 मई को नामांकन वापस ले लिया. इसके बाद नौ ही उम्मीदवार मैदान में बचे जिनमें शिवसेना से उद्धव ठाकरे और नीलम गोरे, भाजपा से रणजीत सिंह मोहिते पाटिल, गोपीचंद पाडलकर, अजीत दटके और रमेश कराड हैं. निर्विरोध निर्वाचित होने वाले उम्मीदवारों में राकांपा के शशिकांत शिंदे और अमोल मितकरी तथा कांग्रेस के राजेश राठौड़ भी हैं.
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘वे सभी निर्विरोध चुने गए.’’ उन्होंने बताया कि नामांकन वापस लेने की समय सीमा दोपहर तीन बजे समाप्त हो जाने के बाद परिणाम आधिकारिक रूप से घोषित किए गए.
राज्य मंत्रिमंडल ने शुरुआत में की थी ये सिफारिश
इससे पहले राज्य मंत्रिमंडल ने शुरुआत में सिफारिश की थी कि राज्यपाल अपने कोटे से ठाकरे को विधान परिषद में मनोनीत करें. दो बार सिफारिश के बावजूद राज्यपाल ने ठाकरे को विधान मंडल के उच्च सदन में मनोनीत नहीं किया जिसकी सत्तारूढ़ महाराष्ट्र विकास आघाड़ी के घटक दलों ने आलोचना की.
ठाकरे ने इस बाबत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से भी बात करके उनके हस्तक्षेप की मांग की थी. इस चुनाव के साथ 59 वर्षीय ठाकरे पहली बार विधायिका के सदस्य बने हैं. वह शिवसेना के अध्यक्ष भी हैं.
उन्होंने पिछले साल 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और उन्हें 27 मई से पहले विधानमंडल के दोनों सदनों में से किसी एक का सदस्य बनना जरूरी था.
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First published: May 14, 2020, 8:53 PM IST