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प्रवासियों पर रेलमंत्री और ममता की तकरार, पीयूष गोयल बोले- मजदूरों के साथ क्रूर मजाक कर रहीं ममता | Railway Minister and mamata banerjee dispute over migrants Piyush Goyal said It cruel joke with workers of West Bengal | nation – News in Hindi

नई दिल्‍ली. कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus) के कारण पूरे देश में 50 दिनों से ज्‍यादा समय से लॉकडाउन (Lockdown) है. इस बीच भारी संख्‍या में प्रवासी मजदूर (Migrant Labor) दूसरे राज्‍यों में फंसे हुए हैं. कई राज्‍य सरकारों की अनुमति से उन्‍हें घर पहुंचाने के लिए स्‍पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं. इस बीच, केंद्र और राज्‍य सरकारों के बीच आरोप-प्रत्‍यारोप का दौर भी चल रहा है. वहीं पश्चिम बंगाल और केंद्र सरकार के बीच लगातार ऐसी तल्‍खी देखने को मिल रही है.

वहीं अब रेल मंत्री पीयूष गोयल ने प्रवासी मजदूरों को घर भेजने को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार पर आरोप लगाए हैं. रेल मंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल में रोजाना लगभग 105 ट्रेन चलाने की जरूरत हैं, लेकिन जहां तक मेरी जानकारी है बंगाल सरकार पूरे 30 दिन में 105 ट्रेन चलाने की अनुमति देने वाली है. पंश्चिम बंगाल के मजदूरों के साथ यह क्रूर मजाक है.

सरकार ने 7 श्रमिक ट्रेनों की अनुमति दी
एक अन्‍य ट्वीट में पीयूष गोयल ने कहा, ‘मेरे कल के बयान के बाद ममता सरकार जगी है. सरकार ने 7 श्रमिक ट्रेनों को चलाने की अनुमति दी है. भारी संख्‍या में बंगाल के मजदूर अन्‍य राज्‍यों में फंसे हुए हैं. मेरी बंगाल सरकार से अपील है कि वह और ज्‍यादा ट्रेन चलाने की अनुमति दे.

बंगाल ने फंसे हुए प्रवासियों को वापस लाने के लिए 105 और ट्रेनों का प्रबंध किया है: ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे राज्य के लोगों को वापस लाने के लिए उनकी सरकार ने 105 अतिरिक्त रेलगाड़ियों का प्रबंध किया है. विपक्ष द्वारा सरकार पर फंसे हुए लोगों को वापस घर लाने को लेकर पर्याप्त इंतजाम नहीं किए जाने के आरोपों के बीच ममता का यह बयान आया है.

इससे पहले, कोरोना वायरस की रोकथाम के मद्देनजर लागू देशव्यापी लॉकडाउन के कारण विभिन्न राज्यों में फंसे श्रमिकों, मरीजों, पर्यटकों और छात्रों को पश्चिम बंगाल वापस लाने के लिए सरकार ने 10 रेलगाड़ियां चलाने की मंजूरी दी थी. अब तक तीन रेलगाड़िया राज्य पहुंच चुकी हैं.

ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे ऐसे लोग जो बंगाल लौटना चाहते हैं, की मदद के अपने वादे के मुताबिक, मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमने 105 अतिरिक्त विशेष ट्रेनों का प्रबंध किया है. आने वाले दिनों में, यह विशेष ट्रेनें विभिन्न राज्यों से बंगाल के अलग-अलग गंतव्य तक पहुंचेंगी.’

मुख्‍यमंत्री ने ट्रेनों की सूची भी जारी की
मुख्यमंत्री ने उन 105 रेलगाड़ियों की सूची भी साझा की, जोकि महाराष्ट्र, दिल्ली, कर्नाटक और राजस्थान समेत अन्य राज्यों से बंगाल के लिए प्रस्थान करेंगी. इस सूची के मुताबिक, 16 मई को तीन ट्रेनें नयी दिल्ली से नया कूचबिहार, मुंबई से हावड़ा और बेंगलुरु अर्बन से मालदा टाउन के लिए रवाना होंगी. फंसे हुए प्रवासियों को ट्रेन के जरिए वापस लाने की राज्य सरकार की मुहिम 14 जून तक जारी रहेगी.

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