वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की आज की घोषणाएं उद्यमियों को सशक्त बनाएंगी: PM मोदी | PM narendra modi praises announcement made by FM nirmala sitharaman over 20 lakh crore rupee | nation – News in Hindi
पीएम मोदी ने दी प्रतिक्रिया.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने बुधवार को 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज के इस्तेमाल संबंधी घोषणाएं कीं. इनमें उद्यमियों, नौकरीपेशा और कंपनियों का
विशेष ख्याल रखा गया.
पीएम मोदी ने बुधवार को ट्वीट कर लिखा, ‘वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से आज की गईं घोषणाएं कारोबारियों, विशेष रूप से एमएसएमई (MSME) के सामने खड़ी परेशानियों के समाधान में काफी मददगार होंगी. बुधवार को घोषित किए गए कदम नकदी की उपलब्धता बढ़ाएंगे, उद्यमियों को सशक्त करेंगे और उनकी प्रतिस्पर्धी क्षमता बढ़ाएंगे.’
Today’s announcements by FM @nsitharaman will go a long way in addressing issues faced by businesses, especially MSMEs. The steps announced will boost liquidity, empower the entrepreneurs and strengthen their competitive spirit. #AatmaNirbharBharatAbhiyan
— Narendra Modi (@narendramodi) May 13, 2020
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों (एमएसमएई) समेत उद्यमों को बिना गारंटी वाले 3 लाख करोड़ रुपये के कर्ज की सुविधा देने की घोषणा की. उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा मंगलवार को घोषित 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज का ब्योरा देते हुए बताया कि इस स्वचालित कर्ज सुविधा से 45 लाख इकाइयों को लाभ होगा.
वित्त मंत्री ने कहा कि यह कर्ज चार साल के लिये दिया जाएगा और 12 महीने तक किस्त से राहत दी जाएगी. इसके अलावा इस समय कर्ज नहीं चुका पा रही एमएसएमई इकाइयों के लिए भी कुल 20,000 करोड़ रुपये के कर्ज की सुविधा दी जाएगी. इससे 2 लाख इकाइयों को लाभ होगा. सीतारमण ने कहा कि एमएसएमई्र के लिये ‘फंड ऑफ फंड’ गठित किया जा रहा है, इसके जिरये वृद्धि की क्षमता रखने वाले एमएसएमई में 50,000 करोड़ रुपये की इक्विटी (नकदी) पूंजी डाली जाएगी.
इसके साथ एमएसएमई की परिभाषा बदली गयी है. इसके तहत अब एक करोड़ रुपये तक के निवेश वाली इकाइयां सूक्ष्म इकाई कहलाएगी. अबतक यह सीमा 25 लाख रुपये थी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) और सूक्ष्म राशि के ऋण देने वाले संस्थानों (एमएफआई) के लिये मुश्किल के इस दौर में 30,000 करोड़ रुपये के विशेष नकदी योजना की घोषणा की. इस कदम का मकसद कोरोना वायरस संकट के बीच इस क्षेत्र को ऋण के जरिये मदद उपलब्ध कराना है.
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First published: May 13, 2020, 7:31 PM IST