देश दुनिया

वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आत्‍मनिर्भर का किया ट्रांसलेशन, ट्विटर यूजर्स हुए कायल | Twitter users praises FM nirmala sitharaman translation of atma nirbhar in south indian | nation – News in Hindi

वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 'आत्‍मनिर्भर' का किया ट्रांसलेशन, ट्विटर यूजर्स हुए कायल

निर्मला सीतारमण की प्रेस कॉन्‍फ्रेंस को लोगों ने सराहा.

वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala sitharaman) ने बुधवार को 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज के इस्‍तेमाल की पूरी जानकारी दी. उन्‍होंने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में सबसे पहले आत्‍मनिर्भर शब्‍द का दक्षिण भारत की विभिन्न भाषाओं में अनुवाद किया.

नई दिल्‍ली. वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala sitharaman) ने बुधवार को 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज के इस्‍तेमाल की पूरी जानकारी दी. उन्‍होंने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में सबसे पहले आत्‍मनिर्भर शब्‍द का दक्षिण भाषाओं में अनुवाद किया. साथ ही आज उनके साथ वित्‍त राज्‍य मंत्री अनुराग ठाकुर भी थे, जो उनके अंग्रेजी भाषण को हिंदी में बता रहे थे. इन सबको बुधवार को ट्विटर पर यूजर्स ने खूब सराहा.

दरसअल मंगलवार को पीएम मोदी की ओर से घोषित किए गए आत्‍मनिर्भर भारत अभियान के बाद दक्षिण भारत के राज्‍यों के लोगों ने गूगल पर आत्‍मनिर्भर का मतलब सर्च किया था. सोशल मीडिया पर भी अनुवाद की मांग उठी थी. बुधवार की प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में ऐसा लगा कि वित्‍त मंत्रालय ने इनको संज्ञान में लेकर इसे ध्‍यान में रखा.

 

वित्‍त मंत्री ने बुधवार को अपनी स्‍पीच में सबसे पहले आत्‍मनिर्भर का मतलब दक्षिण भारत की मलयालम, तमिल, तेलुगू और कन्‍नड़ में बोलकर बताया. उन्‍होंने कहा, ‘मैं खुद दक्षिण भारत से आती हूं. और कई सारे लोग आत्‍मनिर्भर की परिभाषा का लेकर दुविधा में थे.’

 

 

उनके इस कदम को ट्विटर यूजर्स ने खूब सराहा.

 

बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों (एमएसमएई) समेत उद्यमों को बिना गारंटी वाले 3 लाख करोड़ रुपये के कर्ज की सुविधा देने की घोषणा की. उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा मंगलवार को घोषित 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज का ब्योरा देते हुए बताया कि इस स्वचालित कर्ज सुविधा से 45 लाख इकाइयों को लाभ होगा.

वित्त मंत्री ने कहा कि यह कर्ज चार साल के लिये दिया जाएगा और 12 महीने तक किस्त से राहत दी जाएगी. इसके अलावा इस समय कर्ज नहीं चुका पा रही एमएसएमई इकाइयों के लिए भी कुल 20,000 करोड़ रुपये के कर्ज की सुविधा दी जाएगी. इससे 2 लाख इकाइयों को लाभ होगा. सीतारमण ने कहा कि एमएसएमई्र के लिये ‘फंड ऑफ फंड’ गठित किया जा रहा है, इसके जिरये वृद्धि की क्षमता रखने वाले एमएसएमई में 50,000 करोड़ रुपये की इक्विटी (नकदी) पूंजी डाली जाएगी.

यह भी पढ़ें: अब रेल मंत्रालय में Corona ने दी दस्तक, रेल भवन 2 दिन तक किया गया सील

News18 Hindi पर सबसे पहले Hindi News पढ़ने के लिए हमें यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें. देखिए देश से जुड़ी लेटेस्ट खबरें.


First published: May 13, 2020, 8:21 PM IST



Source link

Related Articles

Back to top button