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चिलचिलाती धुप में लंगर बना सहारा, रोजेदार खिला रहे खिचड़ी, पंजाबी समुदाय ने लगाए लंगर | Mumbai-Agra National Highway Langar Punjabi and muslim community | nation – News in Hindi

चिलचिलाती धुप में लंगर बना सहारा, रोजेदार खिला रहे खिचड़ी, पंजाबी समुदाय ने लगाए लंगर

लंगर लगा भूखे प्यासे की कर रहे मदद (फोटो-प्रतीकात्मक)

मुंबई से नासिक के बीच 80 किमी की इस दूरी में कुछ लंगर लगे है. इन लंगरों में जहां दो पंजाबी समुदाय के है तो वहीं तीसरा लंगर मुस्लिम समुदाय का है.

नासिक. लॉकडाउन (Lockdown) के चलते कई प्रवासी मजदूर (Migrant Labour) ऐसे हैं जो अपने गृह राज्य पैदल जाने के लिए मजबूर हैं. ये प्रवासी मजदूर मुंबई से अपने राज्यों की तरफ पैदल ही निकल पड़े हैं जिसके चलते इन दिनों मुंबई-आगरा नेशनल हाईवे का नजारा ही अलग है. कहते हैं सेवा का कोई धर्म नहीं होता, वो तो सिर्फ भाव से की जाती है. भूख की प्यास की चिंता किए बिना निकले इन मजदूरों की मदद के लिए मुंबई से नासिक के बीच 80 किमी की इस दूरी में कुछ लंगर लगे है. इन लंगरों में जहां दो पंजाबी समुदाय के है तो वहीं तीसरा लंगर मुस्लिम समुदाय का है, जो रमजान के इस पवित्र महीने में लोगों को खिचड़ी खिला रहे हैं.

हिन्दू, मुस्लिम मिलकर कर रहे सेवा
दैनिक भास्कर में छपी एक खबर के अनुसार नासिक से 25 किमी दूर राजूर फाटा पर सिख समुदाय निर्मला आश्रम तपस्थान लंगर चल रहा है, वहीं करीब 65 किमी दूर सिखों का एक अन्य लंगर चलाया जा रहा है. यहीं से थोड़ी आगे बढ़ने पर वाडिवरे गांव के पास मुस्लिमों के उम्मीद जनजीवन बहुउद्देशीय फाउंडेशन भी एक लंगर चला रहा है. इस लंगर में रोजेदार यहां से गुजरने वाले लोगों को खिचड़ी खिला रहा है. कुछ हिंदू संगठन के लोग टेम्पो-रिक्शा से जगह-जगह खाने-पीने के पैकेट और पानी बांटने का काम कर रहे हैं.

पेड़ों के नीचे आराम कर चल देते हैं अपनी मंजिल की तरफमुंबई से यूपी, बिहार, मप्र, राजस्थान और दूसरे राज्यों के लिए निकले मजदूरों के काफिले से मुंबई-आगरा हाईवे भरा हुआ है. ये प्रवासी मजदूर रास्ते में सड़क किनारे लगे झाड़-पेड़ों के बीच सुस्ता रहे हैं. जो भी रास्ते में नदियों पड़ती हैं वहीं नहा के आगे चल देते हैं. इस समय कादवा नदी पर तो कुंभ सा नजारा देखने को मिल रहा है.

इन प्रवासी मजदूरों के लिए सरकार भी कई कदम उठा रही है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सरकार ने इन प्रवासियों को स्थानांतरित करने के लिए बसों की व्यवस्था की है जो महाराष्ट्र और अन्य क्षेत्रों से अंतर्राज्यीय सीमावर्ती शहर में आ रहे हैं. इन प्रवासियों में से कई उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार के विभिन्न जिलों से हैं.

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First published: May 13, 2020, 9:04 AM IST



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