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Analysis: लॉकडाउन पार्ट-4 में इन पहलुओं पर होगा विचार | coronavirus Analysis These aspects will be considered in Lockdown Part four | nation – News in Hindi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार रात राष्ट्र के नाम संबोधन में लॉकडाउन (Lockdown) और एक बड़े आर्थिक पैकेज का ऐलान किया. इसके साथ ही आत्मनिर्भर भारत की कल्पना का खाका भी देश की जनता के सामने पेश किया है. लॉकडाउन पार्ट-4 की रणनीति इसी के आधार पर तैयार होगी. आत्मनिर्भर बनाने वाली आर्थिक गतिविधियों के साथ-साथ कोरोना वायरस खतरे के मद्देनजर सावधानी बरतते हुए लॉकडाउन 4 को पूरे देश में अमल में लाया जाएगा. इसमें सबसे ज्यादा ध्यान स्‍थानीय उद्योगों पर दिया जाएगा जो लॉकडाउन पार्ट वन, टू और थ्री के दौरान पूरी तरीके से बंद थे. ऐसी उद्योग देश के कोने-कोने में हैं. छोटे से छोटे इलाकों में हैं. अब इस तरीके का खाका तैयार किया जाएगा कि जो प्रवासी श्रमिक अपने राज्य में लौटे हैं उनको स्थानीय उद्योगों से रोजगार मिले और बड़े शहरों पर दबाव कम हो.

कुटीर उद्योग, छोटे उद्योग और छोटी औद्योगिक इकाइयां जो बंद पड़ी थीं. अब उनके खोले जाने में कोई रुकावट नहीं पैदा की जाएगी. दोबारा काम शुरू करने में इन्हें कोई नया आवेदन नहीं देना होगा. दरअसल, प्रवासी श्रमिकों का हर राज्य सरकार लगातार पंजीकरण कर रही हैं कि किस इलाके से कौन सा श्रमिक कहां से लौटा है. यह सरकार के लिए बहुत बड़ा डेटाबेस है. इन श्रमिकों को इलाके में मौजूद उद्योगों के काम में लगाए जाने की सरकार की योजना है. आने वाले दिनों में जब आर्थिक घोषणाएं होंगी तो वह इन उद्योगों से भी जुड़ी होंगी.

पहले सार्वजनिक परिवहन में पाबंदी थी, अब छूट की उम्‍मीद
लॉकडाउन के पहले तीन चरणों में देखा गया था सार्वजनिक परिवहन के ऊपर पूरी तरीके से पाबंदी थी. हालांकि लॉकडाउन पार्ट-थ्री में ग्रीन जोन के 50 फ़ीसदी इलाकों में बसों को चलाने की अनुमति दी गई थी. लेकिन चौथे चरण में इस योजना के साथ काम किया जा रहा है कि हर जोन में सार्वजनिक परिवहन शुरू किया जाए. हालांकि कंटेनमेंट जोन में इसकी अनुमति नहीं रहेगी. लेकिन बाकी के जोन में सख्त पाबंदी एहतियात और नियम के साथ इनके परिचालन की योजना पर काम चल रहा है. सार्वजनिक परिवहन में बस, मेट्रो, ट्रेन और हवाई सेवा शामिल हैं. इसके अलावा लॉकडाउन 4 में दूरदराज के इलाकों में प्राइवेट टैक्सी, मालवाहक गाड़ी, ऑटो और मिनी बस के भी परिचालन के अनुमति की संभावना है.रेस्टोरेंट, कैंटीन, स्विमिंग पूल, जिम, प्लेग्राउंड, शादी समारोह और सार्वजनिक आयोजन पर कड़ी निगरानी जारी रहेगी. इनमें कड़ी शर्तों के साथ कुछ छूट दिए जाने की संभावना है. मुख्यमंत्रियों के साथ अपनी बैठक में पीएम मोदी ने पर्यटन के क्षेत्र में नई संभावनाओं का जिक्र किया था. जिसके बाद यह उम्मीद जताई जा रही है कि पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों की आवाजाही और उनके काम शुरू करने में भी कुछ छूट दी जा सकती है.

लोकल सप्लाई चेन पहले से ही बहाल
हालांकि लोकल सप्लाई चेन किसी भी तरीके से बाधित न हो लॉकडाउन के तीनों चरण में यह कोशिश की गई थी. लेकिन चौथे चरण में हर जोन में हर इलाके में इनके बिना किसी बाधा के संचालन के लिए नियम बनाए जाएंगे और स्थानीय प्रशासन को यह सुनिश्चित भी करना होगा. लोकल सप्लाई चेन में दैनिक उपयोग की आवश्यक वस्तु तो रहेंगी ही, साथ ही कपड़ा, जूता, घर की सजावट का सामान, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, मोबाइल उपकरण और स्थानीय बाजार में बने कोरोना वायरस खतरे से जुड़े चिकित्सकीय उपकरण पर खासा जोर दिया जाएगा.

पीएम के इस विशेष आर्थिक पैकेज का लक्ष्य जहां एक ओर भारत की जरूरतों को पूरा करने के लिए स्थानीय बाजार को तैयार करना है तो वहीं भारत को विश्व के कई उत्पादों की जरूरत को पूरा करने का नया केंद्र बनाना है. इसमें कृषि क्षेत्र भी बहुत महत्वपूर्ण है. हालांकि 25 मार्च से इस क्षेत्र से जुड़ी अलग-अलग घोषणाएं होती रही हैं. लेकिन लॉकडाउन पार्ट फोर में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसानों से जुड़े बाजार और ज्यादा विकसित हों और उन्हें अपने प्रोडक्ट कि ज्यादा से ज्यादा कीमत मिले. इसी तरह मत्स्य उत्पादों से जुड़े लोगों की आवाजाही और उनके मार्केट के संचालन को प्राथमिकता दी जाएगी.

लॉकडाउन 4.0 में इन लोगों को मिल सकती है छूट
लॉकडाउन के पहले तीन चरणों में इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर, और स्थानीय मेड को कुछ शर्तों के साथ काम करने की अनुमति थी. लेकिन लॉकडाउन पार्ट फोर में यह दायरा बहुत ज्यादा बढ़ाया जाएगा. इसमें सभी जोन में बार्बर शाप, मोटर मैकेनिक, मोबाइल मैकेनिक, मोबाइल दुकान, कपड़ा सिलने वाले लोग और ऐसे ही अन्‍य कामों से जुड़े लोगों को अपना काम शुरू करने की अनुमति होगी. डॉक्टर, प्राइवेट क्लीनिक और वैकल्पिक चिकित्सा की सेवा देने वाले लोगों के लिए पहले ही अपनी सेवा बिना किसी रोक के शुरू करने के आदेश दिए जा चुके हैं.

लॉकडाउन पार्ट फोर में पहले तीन चरण की तरह कोरोना वायरस खतरे के प्रोटोकॉल का पूरी तरीके से पालन किया जाएगा. रेड जोन, कंटेनमेंट जोन के मापदंडों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. कोविड-19 अस्पतालों की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने की कोशिश की जाएगी. और इस बात की पूरी उम्मीद है कि कोरोना वायरस खतरे के बचाव के जो नियम हैं वो इसी सख्ती के साथ रहेंगे और स्थानीय प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि इनका पुख्ता तरीके से पालन हो.

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