सेल चेयरमैन ने भिलाई इस्पात संयंत्र के अधिकारियों से की वेब-वार्ता
अनिल कुमार चौधरी ने बीएसपी कर्मियों को संकटकाल से उबरने के दिए मंत्र
कहा भिलाई, सेल के मुकुट का हीरा है
भिलाई। अध्यक्ष से वार्तालापश् अभियान के तहत सेल चेयरमैन अनिल कुमार चौधरी ने भिलाई इस्पात संयंत्र के वरिष्ठ अधिकारियों को वेब-वार्ता के माध्यम से सम्बोधित किया। भिलाई के अधिकारियों को संबोधित करते हुए, सेल चेयरमैन, अनिल कुमार चौधरी ने कहा कि तीसरी तिमाही के अंतिम महीनों में कंपनी द्वारा बिक्री में 36 प्रतिशत और 47 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई और जनवरी, 2020 में, बिक्री में 26 प्रतिशत की वृद्धि प्राप्त की। हम वित्तवर्ष 2019-20 को बेहतर परिणाम के साथ समाप्त करने की उम्मीद कर रहे थे। लेकिन मार्च, 2020 के समापन माह में कोरोना ने हमें पीछे धकेल दिया। इसके बावजूद, सेल-भिलाई ने यूटीएस-90 रेल्स के 12.85 लाख टन के रिकॉर्ड उत्पादन के साथ वित्तवर्ष का समापन किया, जिसके लिए भिलाई बिरादरी बधाई के पात्र हैं।
लॉकडाउन का प्रभाव उद्योग और अर्थव्यवस्था पर पड़ा जिसमें इस्पात उद्योग भी शामिल है। इस्पात की मांग और खपत के अनुमानों को भी संशोधित किया गया। हमारे इन्वेंटरी में वृद्धि हुई है और हमारे बिक्री में कमी आई है। साथ ही कैश कलेक्शन में भी भारी गिरावट आई है। इन परिस्थितियों में नकदी को संरक्षित करने का दबाव बढ़ा है। उन्होंने कहा कि भिलाई को उत्पादन लागत को कम करने के लिए सभी रास्ते तलाशने होंगे।
सेल चेयरमैन ने भिलाई के अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें पूरी तरह तैयार रहना चाहिए जिससे कि आने वाले महीनों में बाजार में जो भी अवसर मिलेंगे उसका हमें तत्काल फायदा उठाना होगा। वर्तमान में हमने उत्पादन की जो मात्रा खोई है उसे हम अपने प्रयासों के साथ आसानी से प्राप्त कर कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि चीन को निर्यात सहित निर्यात बाजार हमें एक बड़ा अवसर प्रदान करता है, देश में बुनियादी ढांचे पर काम फिर से प्रारंभ होते ही घरेलू आदेश में भी उछाल आयेगा।
उन्होंने आगे कहा कि भिलाई, सेल के मुकुट का हीरा है। संयंत्र का प्रोडक्ट मिक्स बेहतर है और मुझे विश्वास है कि आप सभी असंभव को संभव कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे द्वारा रेल्स की बढ़ती मांग को पूरा करने पर जोर दिया गया है। रेल्स के मासिक उत्पादन मात्रा में वृद्धि को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। श्री चौधरी ने कहा कि निकट भविष्य में संयंत्र का सुचारू संचालन करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य रहेगा। अत: यह जरूरी है कि हम अपने कार्यबल का मनोबल बनाए रखें। वर्तमान समय ने हमारे समाज के गरीब वर्गों को भी प्रभावित किया है। एक अच्छे कॉर्पोरेट नागरिकों के रूप में, भिलाई इस्पात संयंत्र और सेल की अन्य इकाइयों ने इस संकट के समय में अपने आसपास के इस्पात टाउनशिप में समाज की मदद करने बेहतर कार्य किया है। सेल और उसके कर्मचारियों ने पीएम केयर फंड में योगदान दिया है, विभिन्न राज्यों में स्थित हमारे इस्पात संयंत्रों ने उन चार राज्यों से संबंधित मुख्यमंत्रियों के सहायता कोष में भी योगदान दिया है।
इस अवसर पर सेल के निदेशक प्रोजेक्ट्स एवं बिजनेस प्लानिंग)एवं बीएसपी के सीईओ अनिर्बान दासगुप्ता सहित संयंत्र के कार्यपालक निदेशक खदान एवं रावघाट मानस बिस्वास, निदेशक प्रभारी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएँ डॉ एस के इस्सर, कार्यपालक निदेशक सामग्री प्रबंधन राकेश, कार्यपालक निदेशक परियोजनाएँ ए के भट्टा, कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) एस के दुबे, कार्यपालक निदेशक (वक्र्स) बी पी सिंह। इस वेब-वार्ता का यह क्रम आगे भी जारी रहेगा।