फ्रांस के अर्थशास्त्री थॉमस पिकेटी ने कहा-लॉकडाउन में भारत के लिए बहुत जरूरी है बेसिक इनकम स्कीम-French economist Thomas Piketty says India needs basic income scheme to make lockdown work | business – News in Hindi
फ्रांस के अर्थशास्त्री (French economist Thomas Piketty) थॉमस पिकेटी का कहना है कि लॉकडाउन में यूनिवर्सल बेसिक इनकम (UBI-Universal Basic Income Scheme) भारत के लिए बहुत उपयोगी हो सकती है.
फ्रांस के अर्थशास्त्री (French economist Thomas Piketty) थॉमस पिकेटी का कहना है कि लॉकडाउन में यूनिवर्सल बेसिक इनकम (UBI-Universal Basic Income Scheme) भारत के लिए बहुत उपयोगी हो सकती है.
आइए जानें क्या है यूबीआई (UBI-Universal Basic Income Scheme) स्कीम
(1) यूनिवर्सल बेसिक इनकम देश के सभी नागरिकों को प्रदान की जाने वाली एक इनकम होगी, जो बिना किसी शर्त के दी जाती है. इस सुविधा (बेसिक इनकम) के बदले में सरकार नागरिकों को दी जाने वाली वित्तीय सहायताओं (विभिन्न सब्सिडी) पर रोक लगा सकती है.
(2) प्रोफेसर गाय स्टैंडिंग के मुताबिक भारत में ‘यूनिवर्सल बेसिक इनकम’ स्कीम को लागू करने पर जीडीपी का 3 से 4 फीसदी खर्च आएगा जबकि अभी कुल जीडीपी का 4 से 5 फीसदी सरकार सब्सिडी में खर्च कर रही है.(3) आर्थिक सर्वे 2016-17 में भी योजना को लागू करने के लिए जो तीन सुझाव दिए गए थे, उनमें पहला सुझाव सबसे गरीब 75 प्रतिशत आबादी को लाभ दिए जाने का था. इसमें कहा गया था कि इस पर जीडीपी का 4.9 प्रतिशत हिस्सा खर्च होगा.
(4) 2016-17 के आर्थिक सर्वे में 2011-12 के डिस्ट्रीब्यूशन और कंजम्पशन को आधार मानते हुए गरीबी के स्तर का अनुमान 0.45 फीसदी लगाया गया था, जबकि इस दायरे को गरीबी से उबारने के लिए 7,620 करोड़ के सालाना इनकम या यूबीआई की जरूरत बताई गई थी.
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(5) प्रफेसर स्टैंडिंग के मुताबिक, यूनिवर्सल बेसिक इनकम स्कीम और सब्सिडी दोनों का साथ-साथ चलना ठीक नहीं है. सरकार का वित्तीय अनुशासन प्रभावित नहीं हो, इसके लिए सरकार सब्सिडी को चरणबद्ध तरीके से हटा सकती है. यानी, एक वक्त के बाद सब्सिडी पूरी तरह खत्म हो सकती है और इसकी जगह निश्चित रकम सीधे लोगों के खाते में जाती रहेगी.
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First published: May 12, 2020, 5:37 PM IST