पोलमपल्ली थाना क्षेत्र के गोडेलगुड़ा गांव में पुलिस की गोलीबारी पर सवाल उठाया
सबका संदेस न्यूज छत्तीसगढ़ रायपुर- राज्य सरकार के मंत्री कवासी लखमा ने सुकमा जिले के पोलमपल्ली थाना क्षेत्र के गोडेलगुड़ा गांव में पुलिस की गोलीबारी पर सवाल उठाया है। 3 फरवरी को फोर्स इस इलाके में गश्त में थी। इसी दौरान दो आदिवासी महिलाओं को गोली मारी गई।
पुलिस का दावा था कि दोनों महिलाओं को नक्सल मुठभेड़ के दौरान क्रास फायरिंग में गोली लगी है जबकि मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और मीडिया रिपोर्ट से पता चलता है कि जंगल में गई दोनों महिलाओं को गोली मारी गई। वहां कोई मुठभेड़ नहीं हुई थी।
आरोप है कि फोर्स ने सुक्की और देवे नाम की दो महिलाओं को हत्या के उद्देश्य से जानबूझकर गोली मारी। इस घटना में सुक्की की मौत हो गई थी जबकि देवे घायल है। ग्रामीणों का आरोप है कि सुक्की को जवान प्लास्टिक में लपेटकर ले गए जबकि वह जिंदा थी।
हालांकि पुलिस का कहना है कि हमने तो घायल महिला का उपचार कराया। इस मामले में नया मोड़ तब आया जब प्रदेश सरकार के मंत्री कवासी लखमा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मृत महिला सुक्की के परिजनों को दस लाख और देवे को पांच लाख रुपया मुआवजा देने की मांग की।
लखमा कोंटा के विधायक हैं और जहां गोली चली वह उनका निर्वाचन क्षेत्र है। फिलहाल इस मामले की न्यायिक जांच की जा रही है। सरकार ने मृतक महिला के परिजनों को 25 हजार और घायल को 20 हजार की तात्कालिक आर्थिक सहायता दी है।
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