शासन के आदेश की धज्जियां उड़ाने व पूर्ण लॉकडाउन नियम उलंघन के बावजूद कारोबारी के खिलाफ नही हुई कार्यवाही ..तो पत्रकार को जान से मारने की मिल गई धमकी..प्रशासन मौन
बालोद- बालोद जिले में अन्य प्रदेशों से आने वाले मालवाहकों के मामले में किसी भी तरह की सावधानी नही बरती जा रही है जबकि आज कोरोना संक्रमण देश के कई राज्यो में तेजी से बढ़ रही है देश मे सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण महाराष्ट्र में है लेकिन महाराष्ट्र जैसे अति संवेदनशील राज्य से मालवाहक किसी भी समय बालोद जिला मुख्यालय में पहुंच रही है और ड्राइवर क्लीनर भी इसी वाहन में सफर कर के आ रहे है लेकिन इसके बाद भी न वाहन को क्वारनटाइन व सेनेटाइज किया जा रहा न ही ड्राइवर क्लीनर को सुरक्षित रखा गया बल्कि बाहर से आये इन गाड़ियों को स्थानीय मजदूरों से खाली भी कराया गया लेकिन इतने गंभीर चूक की जानकारी बालोद के स्थानीय प्रशासन को देने के बावजूद मामले को नजरअंदाज करते नजर आए
आपको बतादे छग शासन द्वारा जारी एक आदेश के मुताबिक माल वाहकों को रात साढ़े नौ बजे से सुबह 6 बजे तक मालवाहकों का शहरी क्षेत्रों में परिवहन की अनुमति है साथ ही केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार ने शनिवार व रविवार को पूर्ण लॉक डाउन का घोषणा किया गया था जिसमे मेडिकल सुविधा व पेट्रोल पंप को छोड़ सभी तरह के कार्यो को प्रतिबंधित किया गया साथ इस नियम को तोड़ने वालों पर लॉकडाउन उलंघन का मामले में कड़ी कानूनी कार्यवाही के भी निर्देश राज्य सरकार के अलावा बालोद जिला प्रशासन से जारी किया गया था
लेकिन रविवार को बालोद जिला मुख्यालय में गुरुदेव ट्रेडर्स के संचालकों द्वारा महाराष्ट्र से आई प्याज की गाड़ी को सुबह लगभग 9 बजे खाली कराया जा रहा जिसकी जानकारी लगने के बाद पत्रकार संतोष साहू मौके पर पहुंचे और इस गाड़ी के खाली होने का वीडियो बना रहा था जिसके बाद इसकी जानकारी बालोद एसडीएम व तहसीलदार को तत्काल मौके से भी दिए इस बीच व्यवसायी दीपचंद सांखला हरीश सांखला द्वारा मौके पर पहुंच मामले का कवरेज कर रहे पत्रकार से मोबाइल के कैमरे को बंद करने को कहा गया लेकिन पत्रकार द्वारा मामले पर लगातार वीडियो बनाये जाने पर व्यवसायी दीपचंद सांखला के भाई मनोज सांखला द्वारा अचानक गाली गलौच प्रारम्भ कर दिया गया व धमकी देना प्रारंभ कर दिया जिसकी भी जानकारी तत्काल बालोद तहसीलदार को पत्रकार द्वारा फ़ोन के माध्यम से दिया गया लेकिन मामला बिगड़ते देख व्यवसायी ने गाड़ी हटा लिया गया लेकिन प्रशासन द्वारा किसी तरह की कोई कार्यवाही नही की गई हालांकि मामले को लेकर पत्रकार द्वारा स्थानीय थाने में शिकायत की गई है लेकिन इस बीच प्राप्त जानकारी की माने तो मामला अब हाइ प्रोफाइल होता नजर आ रहा है मामले में सत्ता पक्ष के कुछ कद्दावर नेता कारोबारी के पक्ष में नजर आने की बात सामने आ रही है तो दुसरीं तरफ मामले को लेकर पत्रकार संघ भी सामने आ सकते है