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क्यों COVID-19 के बाद बहुत बदल जाएगा हमारा नया सामान्य बर्ताव? । Social Stigma, Discrimination: Why New Normal’ Post Covid-19 May Alter the Very Basis of Human Interaction | nation – News in Hindi

क्यों COVID-19 के बाद बहुत बदल जाएगा हमारा 'नया सामान्य' बर्ताव?

बंगलुरु में फंसी एक चिंतित कश्मीरी लड़की, जिसके परिजनों के डॉक्यूमेंट्स एक स्पेशल ट्रेन में सवार होने से पहले जांचे जा रहे हैं (फाइल फोटो, AP)

नये कोरोना वायरस (Coronavirus) प्रसार का प्रभाव केवल वायरस के खतरनाक होने पर निर्भर नहीं करेगा बल्कि उसका प्रभाव ऐसे भी दिखेगा कि वायरस के चलते जो विघटन सामने आएगा, उसके प्रति समाज (Society) का व्यवहार कैसा होगा.

(मनोज पांडे)

18 मार्च को, जर्मनी (Germany) से लौटे चार व्यक्तियों को पालघर स्टेशन पर मुंबई-दिल्ली गरीबरथ एक्सप्रेस (Mumbai-Delhi Garibrath Express) से तब उतारा गया, जब साथी यात्रियों ने उनके हाथों पर होम क्वारंटाइन (Home Quarantine) का निशान लगा देखा. साथी नागरिकों की प्रतिक्रिया समझ में आने वाली थी क्योंकि यह एक धीरे-धीरे विकसित हुई प्रतिक्रिया है, जिसके तहत हमें उन लोगों से शारीरिक दूरी बनाने को तैयार किया गया है, जो हमें संक्रमित कर सकते हैं. हमारे अंदर ‘परजीवी/ पैरासाइट से बचने की’ एक पूरी प्रक्रिया विकसित हो चुकी है, जो हमें अन्य लोगों से संपर्क बनाने से रोकती है, जो एक संक्रामक रोग (communicable disease) ला सकते हैं.

ये प्रतिक्रियाएं हैं, जिनके चलते हम बीमारी के संकेतों (signs of sickness) से घृणा करते हैं, जैसे कि उल्टी या त्वचा के घाव, चाहे ये संकेत हमें असली खतरा (actual threat) दिखाते हों या नहीं दिखाते हों. इस मामले में कलाई पर लगा निशान ही कलंक बना और इसने सहयात्रियों को एक निश्चित प्रतिक्रिया देने के लिए उकसाया.

जीवन के हर क्षेत्र में एक नयी सामान्य प्रक्रिया को जन्म देगा COVID-19ये शुरुआती संकेत हैं कि कोविड-19 का प्रसार जीवन के हर क्षेत्र में एक ‘नयी सामान्य प्रक्रिया’ को जन्म दे सकता है. नया संतुलन स्थापित करने में कुछ महीने और लगेंगे और वैश्विक महामारी (Global Pandemic) रूढ़ियों की एक नई परंपरा को जन्म देगी.

जैसे-जैसे कोरोना वायरस ने प्रत्येक मानव गतिविधि में खलल डाला है, मनुष्य के एक-दूसरे से बातचीत के तरीकों में प्रत्यक्ष तौर पर बदलाव हुआ है. यह उम्मीद की जाती है कि आपूर्ति और ट्रैवल (supply and trave) में आई रुकावटों का एक बड़ा प्रभाव सामने आएगा, जिससे दुनिया भर में आर्थिक मंदी आ जाएगी.

लोगों के लिए बदल जाएगा ‘नया सामान्य’ व्यवहार
सामाजिक तौर पर लोग भीड़ भरी जगहों, मनोरंजक गतिविधियों और मनोरंजन के लिए की जाने वाली यात्राओं से बचेंगे. संपर्कों की पहचान और महामारी को नियंत्रित करने की जरूरत बताते हुए हमारी गोपनीयता में भी घुसपैठ की जाएगी. सामाजिक-आर्थिक स्थितियों को परिवर्तित करने वाली चीजों पर बुरा प्रभाव पड़ा है और संतुलन बिगड़ गया है और थर्मोडायनेमिक संतुलन की तरह, समाज एक ऐसे संतुलन की ओर बढ़ रहा है, जिसे ‘नया सामान्य’ कहा जा रहा है. यह ‘नया सामान्य’ (New Normal) निश्चित तौर पर एक ‘नए समान व्यक्ति’ विशेष की ओर ले जाएगा, जिसमें भय और पूर्वाग्रहों के विभिन्न खांचे होंगे. सामाजिक व्यवहार में असभ्य और अशिष्ट क्या है, इसकी परिभाषा बदल जाएगी और अविश्वास और संदेह को अब भ्रष्ट या अनैतिक कहा जाएगा.

(लेखक मनोज पांडे, डॉ आरएस तोलिया, उत्तराखंड एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन, नैनीताल, उत्तराखंड में फैकल्टी के तौर पर कार्यरत हैं.)

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First published: May 11, 2020, 4:11 PM IST



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