देश दुनिया

कोरोना मरीजों की नई गाइडलाइन पर स्वास्थ्य मंत्रालय की सफाई, कहा- कई देशों ने किए बदलाव – Health ministry clarifies new guidelines framed for covid-19 patients- Many countries have made such changes | nation – News in Hindi

कोरोना मरीजों की नई गाइडलाइन पर स्वास्थ्य मंत्रालय की सफाई, कहा-कई देशों ने किए बदलाव

देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 4213 नए केस मिले हैं.

स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) के मुताबिक कई देशों ने कोरोना मरीजों के डिस्चार्ज को लेकर टेस्ट पर आधारित रणनीति में लक्षण आधारित या फिर टाइम बेस्ड स्ट्रेटजी में बदलाव किया गया है.

नई दिल्ली. देश में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने कोरोना मरीजों के डिस्चार्ज के नियमों (Discharge Rules) में बदलाव किया है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी नई गाइडलाइन (New Guide Line) पर तमाम संगठनों ने सवाल उठाए हैं. कुछ लोगों ने आरोप लगाया है कि इससे देश में कोरोना का संक्रमण बढ़ने का खतरा है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने नई गाइडलाइन पर उठ रहे सवालों का जबाव देते हुए कहा है कि भारत ही नहीं दुनिया के कई बड़े देशों ने समय के हिसाब से अपने स्वास्थ्य नियमों में बदलाव किए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक दुनिया के कई देशों ने कोरोना मरीजों के डिस्चार्ज को लेकर टेस्ट पर आधारित रणनीति में लक्षण आधारित या फिर टाइम बेस्ड स्ट्रेटजी में बदलाव किया गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक ICMR के लैब आधारित समीक्षा में देखा गया कि शुरुआती RT/PCR टेस्ट के बाद कोरोना पॉजिटिव मरीजों की रिपोर्ट 10 दिन में निगेटिव आती थी लेकिन अब हालात में सुधार हुआ है. हाल की स्टडी बताती है कि वायरल के पीक होने के बाद 7 दिनों में मरीज ठीक हो जाता है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने उस सवाल का भी जवा​ब दिया जिसमें पूछा गया था कि क्या मरीज के डिस्चार्ज होने के बाद उससे संक्रमण का कोई खतरा होता है? स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसके जवाब में कहा, मौजूदा साक्ष्य इस तरफ इशारा नहीं करते कि मरीज के डिस्चार्ज होने के बाद ट्रांसमिशन होता है. डिस्चार्ज के बाद मरीज को 7 दिन होम आइसोलेशन के नियमों का पालन करना होता है, जिसके कारण इस तरह का खतरा होने की कोई गुंजाइश नहीं है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से साफ किया गया है कि प्री सिम्प्टोमेटिक और बहुत हल्के लक्षण वाले केस में होम आइसोलेशन के बाद टेस्ट की जरूरत नहीं है.

इसे भी पढ़ें :- कोरोना इलाज के नियमों में बड़ा बदलाव, 14 नहीं अब 10 दिन में डिस्चार्ज होंगे मरीज, जानिए खास बातेंस्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना मरीजों के डिस्चार्ज नियमों में किया बदलाव
गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी नई गाइड लाइन के मुताबिक अब गंभीर मामलों में ही कोरोना संक्रमित मरीजों को डिस्चार्ज से पहले RT/PCR से गुजरना होगा, बाकी मरीजों को 10 दिनों में ही छुट्टी दी जा सकती है. इन मरीजों का RT/PCR टेस्ट नहीं कराया जाएगा.स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी नई गाइड लाइन के मुताबिक कोरोना के लक्षण दिखने के 10 दिन बाद अगर 3 दिनों तक मरीज को बुखार नहीं आया है तो उसे बिना किसी RT/PCR टेस्ट किए ही छुट्टी दे दी जाएगी. अगर कोरोना का हल्का लक्षण है तो उसे दो श्रेणी में बांटा गया है. पहला अगर फीवर शुरू के 3 दिनों में ठीक हो जाए और अगले 4 दिनों तक अगर ऑक्सीजन सपोर्ट की ज़रूरत न पड़े तो ऐसी सूरत में लक्षण आने के 10 दिन बाद बिना किसी RT PCR टेस्ट किए मरीज को डिस्चार्ज किया जा सकता है. बशर्ते बुखार न हो, सांस लेने में तक़लीफ़ न हो और ऑक्सीजन की ज़रूरत न हो.

इसे भी पढ़ें :-



Source link

Related Articles

Back to top button