COVID-19: भारत ने बनाया कोरोना कवच, NIV पुणे ने तैयार की एंटीबॉडी जांच किट | coronavirus test kit antibody detection developed national institute of virology pune harsh vardhan | nation – News in Hindi
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NIV पुणे ने पहली स्वदेशी एंटीबॉडी जांच किट विकसित की (प्रतीकात्मक तस्वीर)
हर्षवर्धन (Harsh Vardhan) ने ने ट्वीट किया कि पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान ने शरीर में कोविड-19 के एंटीबॉडी का पता लगाने वाली पहली स्वदेशी जांच किट सफलतापूर्वक विकसित की है.
हर्षवर्धन (Harsh Vardhan) ने ने ट्वीट किया कि पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान ने शरीर में कोविड-19 के एंटीबॉडी का पता लगाने वाली पहली स्वदेशी जांच किट सफलतापूर्वक विकसित की है. उन्होंने कहा, ‘ यह परीक्षण सार्स सीओवी-2 संक्रमण के संपर्क में आने वाली आबादी के अनुपात की निगरानी में अहम भूमिका निभाएगा.’ हर्षवर्धन ने कहा कि मुंबई में दो स्थानों पर इस किट की अनुमति दी गई थी और इसके परिणाम काफी सटीक हैं.
National Institute of Virology, Pune has successfully developed the 1st indigenous anti-SARS-CoV-2 human IgG ELISA test kit for antibody detection of #COVID19 .
This robust test will play a critical role in surveillance of proportion of population exposed to #SARSCoV2 infection pic.twitter.com/pEJdM6MOX6 — Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) May 10, 2020
सार्स-सीओवी-2 रोधी एंटीबॉडी का पता लगाने में मिलेगी साहयता
उन्होंने कहा कि इस किट को एक महीने से भी कम समय में तैयार करने में सफलता मिली है. इस जांच किट की मदद से शरीर में सार्स-सीओवी-2 रोधी एंटीबॉडी की मौजूदगी का पता लगाने में सहायता मिलेगी. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह किफायती और त्वरित नतीजे देने वाली है. साथ ही इसके जरिए अस्पताल और चिकित्सा केंद्रों आदि में बड़ी संख्या में आसानी से नमूनों की जांच करना संभव है.
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि दवा कंपनी जायडस को इसकी तकनीक का हस्तांतरण किया गया है और दवा नियामक ने कंपनी को बड़े पैमाने पर इसके उत्पादन की अनुमति दी है. इस जांच तकनीक के जरिए ऐसे लोगों के खून में एंटीबॉडी का पता लगाया जाता है, जिनमें पहले कोरोना वायरस संक्रमण हो चुका होगा.
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First published: May 10, 2020, 11:37 PM IST