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COVID-19: कम्यूनिटी ट्रांसमिशन का पता लगाने के लिए 75 जिलों की निगरानी करेगा ICMR – COVID-19: ICMR to monitor 75 districts to detect community transmission | nation – News in Hindi

नई दिल्ली. देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) के मुताबिक शनिवार को COVID-19 के 3277 मामले सामने आए, जिसके बाद भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 62,939 हो गई. कोरोना के बढ़ते ग्राफ को देखें तो पता चलता है कि कई जिले कोरोना हॉटस्पॉट में तब्दील हो गए हैं. देश में करीब 75 जिलों में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले देखने को मिल रहे हैं. यही कारण है कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) अब इन 75 जिलों में स्टडी शुरू करने की योजना बना रहा है, ताकि इस बात का भी पता लगाया ​जा सके कि कहीं इन जिलों में कम्युनिटी ट्रांसमिशन (Community Transmission) तो शुरू नहीं हो गया है.

कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले जिन 75 जिलों में बढ़े हैं वह रेड जोन का ही हिस्सा हैं. इसमें दिल्ली, मुंबई, पुणे, आगरा, अहमदाबाद और ठाणे जैसे क्षेत्र शामिल हैं. महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में 1,165 नए कोरोना वायरस केस मिले हैं, जिसके बाद राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 20,228 हो गई है जबकि 780 लोगों की मौत हो चुकी है.

इसके अलावा दिल्ली और गुजरात में भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 6 हजार से अधिक हो चुकी है. महाराष्ट्र के मुंबई में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले 12,864 हो गए है, जबकि संक्रमण से हुई मौतों का आंकड़ा 489 पहुंच गया है. मुंबई के साथ ठाणे और पुणे में भी कोरोना मरीजों की संख्या दो हजार पहुंच चुकी है. मध्य प्रदेश के इंदौर में 1700 से ज्यादा, राजस्थान के जयपुर में एक हजार से ज्यादा, जोधपुर और गुजरात के सूरत में 800-800 से ज्यादा और उत्तर प्रदेश के आगरा में 700 से ज्यादा कोरोना केस मिले हैं.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों से कहा है कि वे हर जिले में सिवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस (SARI) यानी सांस लेने में समस्या और इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों (ILI) वाले करीब 250 लोगों की जांच करें. स्वास्थ्य मंत्रालय इस तरह के निर्देश ​इसलिए दिए हैं, ताकि कोरोना वायरस के फैलाव पर नजर रखी जा सके और कोरोना संक्रमित मरीजों पर निगरानी की जा सके.इसे भी पढ़ें :- COVID-19: 6 दिन में भारत में बदली कोरोना की तस्वीर, 40 हजार से 60 हजार हुए मरीज

एंजाइम लिंक्ड इम्यूनोसोर्बेंट असे टेस्ट किया जाएगा
स्वास्थ्य मंत्रालय से अधिकारियों ने बताया कि आईसीएमआर का प्लान था कि बहुत ज्यादा कोरोना वाले जिलों में रैपिड एंटी-बॉडी टेस्ट किट्स के जरिए जांच की जाए लेकिन पिछले कुछ समय से जिस तरह से जांच में दिक्कत आई है उससे इस प्लान को स्थगित कर दिया गया है.

आईसीएमआर की योजना है ​कि इन 75 जिलों में एंजाइम लिंक्ड इम्यूनोसोर्बेंट असे टेस्ट किट के जरिए जांच की जाएगी. आईसीएमआर ने कम्युनिटी ट्रांसमिशन की जांच के लिए मार्च महीने में भी इसी तरह की स्टडी की थी. उस वक्त जांच के दौरान इस बात का कोई सबूत नहीं मिला था कि देश में कोरोना के कम्युनिटी ट्रांसमिशन का दौर शुरू हो चुका है.

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