आतंकी साजिशों का जवाब देने के लिए बनाया गया प्लान, NSA अजीत डोवल की अगुवाई में हुई हाई लेवल मीटिंग | Plan designed to respond to terror conspiracies high level meeting led by NSA Ajit Doval | nation – News in Hindi
अजित डोभाल
पांच घंटे तक चली इस बैठक में सेना, अर्धसैनिक बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस समेत कई अन्य एजेंसियों के अधिकारी मौजूद रहे.
अंग्रेजी अखबार हिन्दुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार खुफिया सूचना है कि आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद द्वारा सोमवार यानी11 मई को सेना और अर्धसैनिक ठिकानों पर एक साथ आत्मघाती हमले करने की योजना है. साथ ही शीर्ष सरकारी अधिकारियों ने को बताया कि एनएसए डोभाल ने भारत की पश्चिमी सीमा के साथ-साथ पाकिस्तान की वायु सेना द्वारा बढ़ी हुई हवाई गतिविधि पर भी ध्यान दिया. एनएसए ने अधिकारियों से कश्मीर घाटी में आतंकवादियों के घुसपैठ पर रोक लगाने के लिए भी कहा.
पांच घंटे तक चली इस बैठक में सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवने, इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक अरविंदा कुमार, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग के प्रमुख सामंत कुमार गोयल, सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक एसएस देसवाल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के एके माहेश्वरी शामिल थे.
उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी, और सेना के श्रीनगर मुख्यालय के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू और नगरोटा स्थित 16 कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हर्ष गुप्ता और जम्मू और कश्मीर के पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह भी राष्ट्रीय राजधानी में हुई बैठक के लिए मौजूद थे.गृह मंत्री अमित शाह को दी गई जानकारी
एनएसए अजीत डोभाल ने बाद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के लिए शीर्ष अधिकारियों के एक समूह का नेतृत्व किया, जिन्हें बैठक में हुए विचार-विमर्श और उनके निष्कर्षों के बारे में बताया गया.
रिपोर्ट के अनुसार आतंकवाद रोधी अभियान के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एनएसए डोभाल की बैठक में पाकिस्तान से आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले घुसपैठ मार्गों का बड़े पैमाने पर विश्लेषण किया गया और जमीनी स्तर पर कुछ ऐसे मोड़ का सुझाव दिया जो यह सुनिश्चित करने में मदद कर सकें कि घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों का पता लगाया जा सके.
खुफिया एजेंसियों ने इस बात पर जोर दि या है कि एलओसी के इस पार केरन सेक्टर में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के दुधनियाल, शारदा और एथमुक्कम में सक्रिय किए गए आतंकी लॉन्च पैड से नए सिरे से बॉर्डर गार्डिंग फोर्स तैयार की जानी चाहिए.
सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, ‘हमने पाकिस्तान द्वारा लगातार संघर्ष विराम उल्लंघन पर भी चर्चा की जो अक्सर आतंकवादियों की घुसपैठ के दौरान भारतीय सुरक्षा बलों का ध्यान भटकाते हैं.’ सुरक्षा बलों के पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार, जैश से लेकर लश्कर-ए-तैयबा तक विभिन्न पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों से जुड़े 400 से अधिक आतंकवादी अगले कुछ महीनों में घाटी में मौजूदगी बढ़ाने की कोशिश करेंगे.
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First published: May 10, 2020, 9:34 AM IST