aarogya setu app Better Than Testing Protocol In The World niti aayog CEO | वैश्विक स्तर किसी भी टेस्टिंग प्लेटफॉर्म से है बेस्ट है आरोग्य सेतु ऐप, देता है सटीक जानकारीः नीति आयोग सीईओ | tech – News in Hindi
ऐप डाउनलोड करने वाले 12,500 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं.
नीति आयोग (Niti aayog) के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा, आरोग्य सेतु ऐप के जरिए पूरे भारत में 300 कोरोना हॉटस्पॉट्स की जानकारी प्राप्त हुई है. अगर यह ऐप नहीं होता तो किसी भी स्थिति में उभरते हॉटस्पॉट्स पकड़ में नहीं आते.
महाराष्ट्र में 60 हॉटस्पॉट्स का पता लगाया
कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट बन चुके महाराष्ट्र के बारे में बोलते हुए कांत ने कहा, इस ऐप के जरिए प्रदेश के 18 जिलों के 60 हॉटस्पॉट्स की जानकारी प्राप्त हुई है. 13 से 20 अप्रैल के बीच पूरे भारत में इस ऐप के जरिए 130 हॉटस्पॉट्स की पहचान की गई है. उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु द्वारा जिन जगहों की जानकारी दी गई थी उन्हें बाद में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी इन अनुमानित हॉटस्पॉट्स को वास्विक हॉटस्पॉट्स घोषित कर दिया.
12 हजार से ज्यादा कोरोना पॉजिटिवकांत ने दावा किया कि ये ऐप वैश्विक स्तर पर अन्य टेस्टिंग प्लैटफॉर्म से बेहतर है. कांत ने कहा, जिन लोगों ने अपने फोन में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड किया था उनमें से लगभग 12500 लोगों में कोरोना पॉजिटिव पाया जा चुका है. कांत ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय की घोषणा से 17 दिन पहले तक आरोग्य सेतु ने हॉटस्पॉट्स की जानकारी दे दी थी. इस ऐप ने इन हॉटस्पॉट्स के बारे में 3 से 17 दिन पहले तक अलर्ट कर दिया था. इसके जरिए सरकार को इस बात की जानकारी मिली कि उन्हें कहां पर किसकी जांच करनी है.
नए हॉटस्पॉट्स बनने से रोकने में मददगार
कांत ने कहा कि इस ऐप ने जो अनुसान लगाया वो बिल्कुल सटीक था. इस ऐप के जरिए कोरोना वायरस के नए हॉटस्पॉट्स बनने से भी रोकने में मददगार साबित हो रहा है. इस ऐप के जरिए स्वास्थ्य मंत्रालय को इस बात की जानकारी हुई किस इलाके में संक्रमित लोगों की संख्या कितनी है, ये किस दिशा में बढ़ रहा है और इसका दायरा क्या है और क्या हो सकता है.
आरोग्य सेतु के 5 करोड़ यूजर्स
कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए आरोग्य सेतु ऐप को 2 अप्रैल को लॉन्च किया गया था. अब तक इस ऐप पर 5 करोड़ से ज्यादा लोग रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं. किसी भी क्षेत्र में रहने वाले लोगों को ये ऐप इस्तेमाल करने में परेशानी न हो इसके लिए यह ऐप अभी 12 अलग-अलग भाषाओं में उपलब्ध है. इसके साथ ही सभी 22 मान्यता प्राप्त भारतीय भाषाओं में इसका विस्तार किया जा रहा है.
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First published: May 9, 2020, 11:40 PM IST