पश्चिम बंगालः रेल पटरी पर चल रहे थे 20 कामगार, ऐसे बाल-बाल बचे | 20 workers of Jharkhand narrowly escaping railway tracks | nation – News in Hindi
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निरीक्षण यान के चालक ने पटरियों पर लोगों को देखकर तत्काल आपातकालीन ब्रेक लगाया.
अधिकारियों ने बताया कि श्रमिक किसी तरह धार्मिक स्थान तारापीठ पहुंचे थे और उसके बाद शुक्रवार रात पैदल ही झारखंड के लिए रवाना हो गए.
उन्होंने बताया कि रात में करीब 9.30 बजे जब वे एक पुल पर थे, तभी विपरीत दिशा से रेलवे का एक निरीक्षण यान सामने आ गया. निरीक्षण यान के चालक ने पटरियों पर लोगों को देखकर तत्काल आपातकालीन ब्रेक लगाया. इन लोगों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे. चालक की सूचना मिलने पर जीआरपी की एक टीम वहां पहुंची और उन लोगों को बीरभूम जिले में नलहाटी लेकर आई. अधिकारियों के अनुसार उन लोगों को झारखंड भेजने की व्यवस्था की जा रही है.
एक दिन पहले ही औरंगाबाद में हुआ था हादसा
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही महाराष्ट्र के औरंगाबाद में मालगाड़ी की चपेट में आने से 16 प्रवासी श्रमिकों की मौत हो गई थी. लॉकडाउन के चलते ट्रेन या कोई और साधन नहीं मिलने के कारण उन्होंने महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश में अपने घर आने के लिए पैदल यात्रा शुरू की थी, लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था वे अपने घर तो पहुंचे लेकिन जिंदा नहीं बल्कि विशेष रेलगाड़ी में एक शव के रूप में.एक पुलिस अधिकारी ने शनिवार को बताया कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में रेल हादसे में मारे गए मध्य प्रदेश के 16 प्रवासी श्रमिकों के शव दो डिब्बों में पहले एक विशेष रेलगाड़ी में जबलपुर तक लाए गए फिर आगे शहडोल और उमरिया लाए गए.
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First published: May 9, 2020, 9:38 PM IST