देश दुनिया

किस विदेशी स्टडी में की गई कोरोना पर भारत के लाकडाउन की तारीफ । oxford university study find india best in lockdown impacts on coronavirus infections | knowledge – News in Hindi

किस विदेशी स्टडी में की गई कोरोना पर भारत के लाकडाउन की तारीफ

लॉकडाउन के दौरान स्थिति फोटो राजेन्द्र सिंह.

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने हाल ही एक स्टडी की है, जिसमें उसमें तमाम देशों में लाकडाउन और उसके कोरोना संक्रमण पर पड़ने वाले असर को देखा. उसमें उसने जिन देशों को इसमें बेहतर पाया, उसमें भारत भी है. आखिर कौन सी वजहें हैं, जिसके अनुसार देश में हुए लॉकडाउन ने कोरोना की मौतें रोकने में खास भूमिका अदा की है.

दुनिया की सबसे सम्मानित यूनिवर्सिटी में एक ऑक्सफोर्ड ने दुनियाभर में अलग अलग देशों द्वारा लाकडाउन का अध्ययन किया है. ये सर्च 17 पहलुओं के आधार पर की गई है. इस स्टडी में भारत के लाकडाउन को सबसे बेहतर बताया है. ये स्टडी कहती है कि भारत ने अपने यहां कोरोना वायरस के शुरुआती चरणों में में लाकडाउन को सबसे ज्यादा सख्ती से लागू किया, जिसके परिणाम भी बेहतर तरीके से निकलकर आए.

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने दुनियाभर में कोरोना वायरस के मामलों का अध्ययन करने के लिए एक ऑक्सफोर्ड कोविड-19 गवर्नमेंट रेस्पॉन्स ट्रैकर बनाया हुआ है. इस ट्रैकर पर करीब 100 लोगों की टीम लगातार काम करके उसे मॉनिटर कर रही है. ये टीम 17 अलग पहलुओं पर टैकर में जानकारी डालकर उसका विश्वलेषण करती है.

क्या हैं वो पहलू या संकेतक
पहले हिस्से में बंद के संकेतक हैं जिनमें स्कूलों को बंद करना, दफ्तरों को बंद करना, सार्वजनिक कार्यक्रम रद्द करना, सार्वजनिक परिवहन रद्द करना, घर पर रहने के सख्त नियम बनाना शामिल हैं.अन्य पहलू क्या कहते हैं

दूसरे हिस्सा आर्थिक नीतियों से जुड़े पहलुओं पर नजर रखता है. मसलन लोगों को न्यूनतम आय देना. दूसरे देशों की मदद का प्रावधान करना आदि. तीसरा हिस्सा चिकित्सा सुविधाओं को देखता, जैसे टेस्टिंग और आपातकालीन सुविधाओं को किस तरह बेहतर किया गया है.

100 में देशों को दिए गए अंक
इस अध्ययन में देशों को 100 में से अंक दिए गए. भारत, रूस, दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान, बोलिविया आदि को इस ट्रैकर में सबसे नंबर मिले. इस स्टडी ने ये भी देखा कि किस देश ने विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस को सही तरीके से क्रियान्वित किया है.

लॉकडाउन और कोरोना से मौतों का संबंध

अध्ययन से पता करने की कोशिश की गई कि लॉकडाउन की स्थिति में किसी भी देश में कोरोना से होने वाली मौतों पर कितना असर पड़ता है. इस अध्ययन से पता चला कि कई देशों में लॉकडाउन में सख्ती के साथ ही मौत के आंकड़ों का ग्राफ फ्लैट होता चला गया. जैसे इटली, स्पेन, फ्रांस और चीन ने लॉकडाउन में सख्ती की तो यहां होने वाली मौतों की संख्या में कमी आती चली गई. हालांकि अमेरिका, ब्रिटेन और भारत में अभी ऐसा होता नहीं दिख रहा है. यहां लॉकडाउन में सख्ती के बाद भी मौत का ग्राफ फ्लैट नहीं हुआ है.लेकिन ये तय है कि इससे भारत में मौतों की संख्या में बहुत कमी आई.

भारत में लॉकडाउन में क्या रहीं स्थितियां
भारत ने पहला लॉकडाउन 25 अप्रैल को शुरू किया था. जो 14 अप्रैल तक चला. इसके बाद फिर 15 अप्रैल से लेकर 03 मई तक दूसरे चरण का लाकडाउन शुरू हुआ. लॉकडाउन के ये दोनों चरण काफी हद तक सख्ती वाले थे. जिसका लोगों ने भी पालन किया. इसके बाद लॉकडाउन का तीसरा चरण 04 चार से शुरू हुआ है, जो 17 मई तक चलेगा. तीसरे चरण के लॉकडाउन में कुछ शिथिलताए बरती गई.

ये भी पढे़ं
कैसे शुरू हुआ था हाथ मिलाने का सिलसिला? क्या अब ये हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा?
उत्तर कोरिया में अब तक क्यों रखे हुए हैं किम के पिता और दादा के शव
अब घर पर ही लार से किया जा सकेगा कोरोना टेस्‍ट, अमेरिका में नई टेस्‍ट किट को मिली मंजूरी

News18 Hindi पर सबसे पहले Hindi News पढ़ने के लिए हमें यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें. देखिए नॉलेज से जुड़ी लेटेस्ट खबरें.


First published: May 9, 2020, 2:20 PM IST



Source link

Related Articles

Back to top button