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ITI ने बनाया UVC सैनिटाइजर, गैजेट्स, फेस मास्क और पीपीई किट्स को करेगा संक्रमणमुक्‍त | ITI Berhampur makes UVC sanitizer gadgets face masks and PPE kits free of infection | nation – News in Hindi

ITI ने बनाया UVC सैनिटाइजर, गैजेट्स, फेस मास्क और पीपीई किट्स को करेगा संक्रमणमुक्‍त

आईटीआई ने एक खास तरह का सैनिटाइजर बनाया है.

CoronaVirus: ये ख़ास तरह के यूवी सैनिटाइजर (UC sanitizer) दक्षिण कोरिया, चीन और अमेरिका (China and America) जैसे देशों में व्यापक रूप से इस्तेमाल किये जाते हैं.

नई दिल्‍ली. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (CoronaVirus) के खिलाफ जारी इस निर्णायक जंग में कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय से संबद्ध सभी सरकारी एवं प्राइवेट संस्थान अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. आईटीआई (ITI) बेरहमपुर ने अपने नाम एक नई उपलब्धि दर्ज की है. आईटीआई बेरहमपुर ने कोरोना के प्रभावों और दुष्परिणामों से आम जनमानस को निजात दिलाने के लिए कम लागत वाले सुरक्षित UVC सैनिटाइजर विकसित किये हैं.

चीन-अमेरिका जैसे देश इस्‍तेमाल कर रहे हैं ये सैनिटाइजर
आपको बता दें कि ये ख़ास तरह के UV सैनिटाइजर दक्षिण कोरिया, चीन और अमेरिका जैसे देशों में व्यापक रूप से इस्तेमाल किये जाते हैं. चैंबर को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए तथा कक्ष के बाहर किसी भी विकिरण से बचाव के लिए एक अनुपयोगी माइक्रोवेव ओवन का उपयोग किया जाता है. इसके बाद किसी भी तरह के संक्रमित उपकरण को लगभग पंद्रह मिनट के लिए कक्ष के अंदर रखा जा सकता है. इसमें लगे टाइमर सर्किट ऑटोमेटिक यूवी प्रकाश की आपूर्ति को रोक देता है.

इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, मास्क और पीपीई किट्स आसानी से कीटाणुरहित हो जाएंगेयूवी लैंप एंटी माइक्रो लॉजिकल टेक्नोलॉजी के अध्ययन में बहुत ही विश्वसनीय है. जोकि मुख्य रूप से बैक्टीरिया, वायरस और कवक के अंदर डीएनए को नष्ट करने का काम करता है. UV-C का उच्च ऊर्जा वाला हिस्सा अत्यधिक प्रभावी है. इस सिद्धांत का उपयोग पीने के पानी को साफ करने के लिए किया जाता है.

संस्थान की तरफ से दी गई जानकारी में बताया गया कि UVC सैनिटाइजर द्वारा सभी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, फेस मास्क, पीपीई किट्स को आसानी से कीटाणुरहित किया जा सकता है. बताया गया कि इस तकनीक के लिए हजारों अप्रयुक्त माइक्रोवेव ओवन को आसानी से यूवी सैनिटाइजर में बदल सकते हैं. जोकि इस समय की ज़रूरत भी है.

देश में ज्‍यादा से ज्‍यादा विकसित किया जाएगा यूवी सैनिटाइजेशन
देश के सभी 13,000 आईटीआई संस्थानों के साथ इस प्रौद्योगिकी को साझा करेंगे ताकि देशभर में यूवी सैनिटाइजेशन ज्यादा से ज्यादा विकसित किया जा सके. अपग्रेडेशन की लागत 1200 रुपये के आसपास है, जो कि आसानी से वहन की जा सकती है.

डॉक्टर महेंद्र नाथ पाण्डेय, कौशल विकास मंत्री ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि इस चुनौतीपूर्ण समय में हमारे आईटीआई के छात्र पूरी दृढ़ता एवं तत्परता के साथ अपने कौशाल का परिचय देते हुए नए-नए शोध तथा उपकरण का निर्माण कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप, अनुसंधान में लगे इन छात्रों की यह पहल अत्यंत सराहनीय है. इन मुश्किल हालातों में छात्रों ने जिस एकजुटता एवं समर्पण के साथ यह अनूठा UVC सैनिटाइजर तैयार किया, मुझे पूर्ण विश्वास है कि हमारी यह पहल कोविड 19 के प्रभावों को ख़त्म करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

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First published: May 8, 2020, 7:55 PM IST



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