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अब ट्रक पलटने से काफी मजदूरों की हुई मौत

भारत के लिए 48 घंटा रहा बहुत ही दर्दनाक हादसों का दिन
आज सुबह महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रेलवे ट्रेक पर 16 मजदूरों की मौत अभी 24 घंटे भी नही हुई कि फिर एक हादसा सामने आ गया । अभी अभी रात्रि 11 बजकर 25 मिनट पर हमारे प्रत्यक्षदर्शी रिपोर्टर ने खबर दी कि उनके सामने कोटा एनएच 27 पर मजदूरों को लेकर जा रही एक ट्रक पलट गई जिसमें मौके वारदात पर ही 30 लोगों की मौत हो गई और करीब 40 लोग धायल हो गये है। ज्ञातव्य हो कि पिछला 48 घंटा भारत के लिए हादसों का ही दिन रहा जिसमें गुरूवार शुक्रवार की रात महाराष्ट के औरंगाबाद में रेल पटरी पर सोते हुए 16 मजदूरों की मौत, अभी अभी कोटा एनएच 27 पर 30 मजदूरों की मौत, बीती रात विशााखापटन में गैस रिसाव से 11 मौते, छत्तीसगढ के रायगढ़ में पेपर मिल में सफाई करते तीन मजदूरों की मौत के अलावा और कई स्थानों पर विभिन्न विभिन्न धटनाओं में मौत हो चुकी है। कोरोना को लेकर लंबे लॉकडाउन के कारण भूखे मर रहे मजदूर अब अपने गृहग्राम जाने सड़क और रेल पटरियों से पैदल जा रहे है, और प्रतिदिन जहां लोग सडक दुघर्टना में तो रेल पटरियों से लेकर अलग अलग स्थानों पर बड़ी संख्या में गरीबों मजदूरों की मौत हो रही है। केन्द्र सरकार द्वारा गरीबों और बाहर कमाने गये मजदूरों के लिए बिना कोई सुविधा दिये अचानक लॉकडाउन करने और उसे लंबा खीचने के कारण लोगों को अब भूखे मरने की नौबत आ गई है, । केन्द्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा मजदूरों को उनके गृहग्राम वापस भेजने का सही तरीके से इंतजाम नही करने के कारण लोग अब सैकडों और हजारों किलोमीटर पैदल ही अपने जान की बाजी लगाकर अपने गृहग्राम निकल चुके है। मजदूरों को गृहग्राम जाने की स्थिति देख कर अब लगने लगा है कि जितना कोरोना से लोग नही मरेंगे उससे अधिक लोग भूख से और आर्थिक तंगी तथा मजदूर अपने गृहग्राम जाते समय कई प्रकार के दुघर्टनाओं से मर जायेंगे।

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