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0% रह सकती है भारत की GDP ग्रोथ, नेगेटिव में जाने की आशंका कम: रेटिंग एजेंसी – bad news for india Moody expects India to see zero GDP growth in FY20 | business – News in Hindi

0% रह सकती है भारत की GDP ग्रोथ, नेगेटिव में जाने की आशंका कम: रेटिंग एजेंसी

देश की जीडीपी घटने का अनुमान

मूडीज (Moodys) इनवेस्टर्स सर्विस ने शुक्रवार को बताया कि फिस्कल ईयर 2021 में भारत की GDP ग्रोथ ज़ीरो फीसदी रह सकती है. हालांकि इसके बाद ग्रोथ में सुधार आएगा और फिस्कल ईयर 2022 में GDP की ग्रोथ 6.6 फीसदी रहने का अनुमान है.

नई दिल्ली. मूडीज (Moodys) इनवेस्टर्स सर्विस ने शुक्रवार को बताया कि फिस्कल ईयर 2021 में भारत की GDP ग्रोथ ज़ीरो फीसदी रह सकती है. हालांकि इसके बाद ग्रोथ में सुधार आएगा और फिस्कल ईयर 2022 में GDP की ग्रोथ 6.6 फीसदी रहने का अनुमान है. रेटिंग एजेंसी ने संकेत दिया कि फिलहाल “Baa2 नेगेटिव” रेटिंग में अपग्रेड की कोई सूरत नजर नहीं आ रही है. कोरोनावायरस संकट के कारण देशभर में 25 मार्च से लॉकडाउन लागू है. आर्थिक गतिविधियां पूरी तरह ठप हैं जिसकी वजह से GDP की ग्रोथ कमजोर हुई है.

मूडीज ने शुक्रवार को अपनी एक रिपोर्ट में लिखा है कि नेगेटिव आउटलुक से साफ है कि आर्थिक गतिविधियां काफी कमजोर हो चुकी हैं. कोरोनावायरस संक्रमण की वजह से लॉकडाउन है और कामकाज रुका हुआ है जिससे संस्थागत कमजोरी बढ़ गई है. इससे कंपनियों पर कर्ज का बोझ बढ़ गया है. सरकार गरीबों को मदद देने के लिए 1.7 लाख करोड़ रुपये का पैकेज पहले ही दे चुकी है. उद्योगों के लिए दूसरा पैकेज देने की तैयारी की जा रही है. इन उपायों से आर्थिक नुकसान की कुछ भरपाई की जा सकती है लेकिन मौजूदा लॉकडाउन से विकास दर पर बहुत बुरा असर पड़ेगा. भारतीय मुद्रा कोष ने 2020 में विकास दर 5.8 फीसदी से घटकर 1.9 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है जबकि विश्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष में विकास दर 2.8 फीसदी से घटकर 1.5 फीसदी रहने की संभावना जताई है.

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मूडीज ने नवंबर 2019 में इंडिया की रेटिंग डाउनग्रेड करते हुए स्टेबल से नेगेटिव कर दिया था. कमजोर आर्थिक ग्रोथ की वजह से इंडिया की रेटिंग डाउनग्रेड हुई थी. मूडीज ने उस वक्त “Baa2” रेटिंग दी थी.जानिए क्या है इस रेटिंग का मतलब?
“Baa2” रेटिंग में से a2 इकोनॉमिक स्ट्रेंथ के लिए है. जबकि baa3 इंस्टीट्यूशनल और गवर्नेंस स्ट्रेंथ के लिए माना जाता है. b1 के मायने फिस्कल स्ट्रेंथ और ba का मतलब सस्पेक्टबिलिटी से जोखिम से है. रेटिंग एजेंसी का मानना है कि फिस्कल ईयर 2020 में डेफेसिट GDP का 5 फीसदी रह सकता है.

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First published: May 8, 2020, 3:50 PM IST



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