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अवैध कब्जों से नंदिनी रोड में बढ़ा दुर्घटना का खतरा

पूर्व में पेश आ चुकी है जानलेवा दुर्घटनाओं

भिलाई। अवैध कब्जों के चलते फोरलेन के बाद शहर का दूसरा व्यस्ततम आवाजाही वाला नंदिनी रोड दुर्घटना के लिहाज से खतरनाक हो गया है। साल भर पहले निगम की ओर से अवैध कब्जों को हटाने की कार्यवाही अंजाम दी गई थी। अब जिम्मेदारों की अनदेखी से सडक़ से लगकर ठेला खोमचा और दुकाने सजनी लगी है। सडक़ पर कब्जा की इस प्रवृत्ति के चलते पूर्व में कई जानलेवा दुर्घटनाएं हो चुकी है।

शहर के नंदिनी रोड की सुन्दरता पर अतिक्रमणकारियों द्वारा बेखौफ अंदाज में दाग लगाया जा रहा है। पावर हाउस ओव्हरब्रिज की ढलान खत्म होने वाली जगह से लेकर आगे शीतला काम्पलेक्स तक सडक़ के बायी ओर अवैध मार्केट बन गई है। सडक़ से लगकर ही चाय नास्ता, फल और सस्ते कपड़े की दुकाने ंंसंचालित हो रही है। इन दुकानों में आने वाले अपने वाहन को सडक़ पर खड़ी करते हैं। इस वजह से लगातार यातायात बाधित होता है। सीधे जाने वालों को इस वजह से दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वहीं थोड़ी सी भी चूक की स्थिति में दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा बना हुआ है।

गौरतलब रहे कि नंदिनी रोड पावर हाउस चौक पर फोरलेन सडक़ से जुड़ी हुई है। यह सडक़ औद्योगिक क्षेत्र, हाउसिंग बोर्ड कालोनी, कैम्प क्षेत्र, छावनी, जामुल को जोड़ती हुई नंदिनी की ओर जाती है। इन इलाकों के रहवासी तथा औद्योगिक क्षेत्र में काम करने वाले मजदूर वर्ग नंदिनी रोड से ही आवाजाही करते हैं। औद्योगिक क्षेत्र व ट्रांसपोर्ट नगर की ओर आने जाने वाले भारी वाहन भी इस सडक़ से गुजरते हैं। इस वजह से यह सडक़ हमेशा व्यस्त रहता है। ऐसे में अवैध कब्जों के चलते दुर्घटना होने की संभावना हर वक्त बनी रहती है। खासकर अंधेरा घिरने के बाद जब औद्योगिक क्षेत्र से कर्मचारियों की वापसी होती है तब अवैध कब्जों से सिमटी सडक़ और भी ज्यादा खतरनाक बन जाती है।

यहां पर यह बताना भी लाजिमी होगा कि साल भर पहले ही एक दुर्घटना के बाद नगर निगम व यातायात पुलिस ने सडक़ों को अतिक्रमणमुक्त बनाने अभियान चलाया था। इसकी शुरुवात नंदिनी रोड से की गई थी। बाद में इस तरह का अभियान पावर हाउस स्टेशन, नेताजी सुभाष सब्जी मार्केट, फोरलेन के दोनों किनारों के साथ ही सुपेला फाटक से कोहका रोड तक चलाया गया था। लेकिन अभियान का असर खत्म होने के साथ ही नंदिनी रोड सहित शहर के अन्य सभी सडक़ों पर फिर से पुरानी स्थिति बन गई है। ऐसे में आने ाले दिनों में बड़ी सडक़ दुर्घटना की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा है।

पावर हाउस का भी हाल बुरा

अतिक्रमण और अवैध कब्जों के चलते पावर हाउस मार्केट के आसपास का भी हाल बुरा हो गया है। निगम द्वारा नेताजी सुभाष सब्जी मार्केट की प्रवेश द्वार सहित बाजू में नापतौल विभाग कार्यालय के सामने फल की अवैध दुकानों को कई दफे हटाने की कार्यवाही किया जा चुका है। इसी तरह रेलवे स्टेशन के पास भी अवैध दुकानों को हटाने जेसीबी तक चलाया गया था। बावजूद इसके कुछ दिन व्यवस्थित रहने के बाद अवैध कब्जों के चलते इन जगहों की सडक़े बाधित हो जाती है। इस वक्त भी यहां की सडक़ें अवैध कब्जों के चलते अपने मूल स्वरूप को खो चुकी है।

सुपेला क्षेत्र भी नहीं है अछूता

सुपेला क्षेत्र भिलाई शहर का ह्रदय स्थल माना जाता है। इस क्षेत्र की सडक़ें भी अतिक्रमण के चलते सिमटकर दुर्घटना को आमंत्रण दे रही है। पिछले साल निगम व यातायात पुलिस ने मिलकर सडक़ों को अतिक्रमण से मुक्त कराया था। न केवल फोरलेन का सर्विस रोड बल्कि रेलवे क्रॉसिंग से घड़ी चौक और वहां से कोहका की ओर राजेन्द्र प्रसाद चौक तक दोनों ओर अवैध कब्जों को हटाया गया था। लेकिन आज की स्थिति में इन सभी जगहों पर पुरानों के साथही नये अवैध कब्जे साफ देखे जा सकते हैं। इन अवैध कब्जों के चलते सडक़ दुर्घटना की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा है।

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