भगवान शिव का सपना देख कैदी ने अंग काट मंदिर में चढ़ाया, बोला- ऐसा करने का मिला था आदेश prisoner cut his private part and offered it to Shiva temple In Gwalior Central Jail mpsk nodark | nation – News in Hindi
विष्णु सिंह राजावत भिंड जिले के ग्राम लारौली थाना रौन का रहने वाला है.
ग्वालियर सेंट्रल जेल ( Gwalior Central Jail) में हत्या और डकैती एक में उम्र कैद की सजा काट रहे कैदी विष्णु सिंह राजावत ( Vishnu Singh Rajawat) ने अपना गुप्तांग काटकर शिव मंदिर में चढ़ा दिया. इससे जेल में हड़कंप मच गया. कैदी का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
मंदिर में पूजा करने के बाद काटा गुप्तांग
जानकारी के मुताबिक ग्वालियर केंद्रीय जेल में विष्णु सिंह राजावत पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा है. मंगलवार तड़के साढ़े पांच बजे के करीब वो नींद से जागा और फिर स्नान कर जेल परिसर में बने शिव मंदिर में जा पहुंचा. यहां पूजा-अर्चना से पहले विष्णु सिंह से फर्श को धोकर साफ किया. उसके बाद वहां बैठकर जयकारे लगाए और अपने गुप्तांग को काटकर भगवान शंकर पर चढ़ा दिया. गुप्तांग कटने के चलते विष्णु लहूलुहान हो गया. इस दौरान पास में पहरा दे रहे जेल प्रहरी की उस पर नजर पड़ी. जेल प्रहरी ने आला अधिकारियों को कैदी की इस हरकत की खबर दी. यह सुनकर आनन-फानन में जेलर सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे, घायल विष्णु को जेल से जयारोग्य अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर उसका इलाज कर रहे हैं.
कैदी ने कही ये बातजयारोग्य में भर्ती कराए गए विष्णु राजावत की हालत खतरे से बाहर है. उसने बताया कि सोमवार की रात भगवान भोलेनाथ ने उसे सपने में दर्शन दिए थे और अपना गुप्तांग काटकर चढ़ाने को कहा था. विष्णु ने बताया कि उसने जेल में भोजन के लिए इस्तेमाल होने वाली चम्मच को चाकू जैसा धारदार हथियार बना लिया था. विष्णु ने बताया कि वो सुबह पांच बजे ही उठकर बैठ गया, फिर सपने को याद कर उसने नहा धोकर शिव मंदिर की तरफ रुख किया. वह रोजाना शिव मंदिर में पूजा करने जाता था, लिहाजा जेल प्रहरियों को उस पर किसी तरह की शंका भी नहीं थी. विष्णु ने बताया कि उसे अपने कृत्य पर कोई पछतावा नहीं है.
कौन है विष्णु सिंह राजावत
विष्णु सिंह राजावत भिंड जिले के ग्राम लारौली थाना रौन का रहने वाला है. नौ सितंबर, 2018 को बाजार में उत्पात मचाने पर उमरी थाना पुलिस ने उसे पकड़ा था. इस दौरान विष्णु का दोस्त मान सिंह भी थाने में आ गया. दोनों के बीच बातचीत हुई और इसके कुछ देर बाद विष्णु ने वहां मौजूद सिपाही उमेश बाबू और पहरे पर तैनात संतरी गजराज सिंह पर गैंती (धारदार हथियार) से हमला कर दिया. अचानक हुए वार से दोनों सिपाही गंभीर रूप से घायल होकर गिर पड़े और आरोपी विष्णु भाग निकला. हमले में बुरी तरह घायल सिपाही उमेश बाबू की मौत हो गई. इस मामले में विष्णु की गिरफ्तारी हुई थी और 22 नवंबर, 2019 को अदालत ने आरोपी विष्णु को हत्या के मामले में दोषी मानते हुए उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी.
इसके अलावा तीन चार अन्य मामलों में भी विष्णु को सजा हुई. इस तरह विष्णु को दो मामलों में उम्रकैद, दो मामलों में दस-दस साल और एक मामले में तीन साल की सजा अदालत ने सुनाई है. भिंड से कुछ महीनों पहले विष्णु को ग्वालियर जेल भेजा गया था.
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First published: May 5, 2020, 9:13 PM IST