कांग्रेस का हाथ, आम आदमी का साथ 2.0? सोनिया ने मजदूरों को मदद का ऐलान कर पार्टी में फूक दी जान-Congress ka Haath Aam Aadmi ke Saath Extending Hand to Migrants Sonias Plan Resurrect at Work | nation – News in Hindi
सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने यह सवाल भी किया कि जब रेल मंत्रालय ‘पीएम केयर्स फंड में 151 करोड़ रुपये का योगदान दे सकता है, तो श्रमिकों को बिना किराये के यात्रा की सुविधा क्यों नहीं दे सकता?
सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने यह सवाल भी किया कि जब रेल मंत्रालय ‘पीएम केयर्स फंड’ में 151 करोड़ रुपये का योगदान दे सकता है, तो श्रमिकों को बिना किराये के यात्रा की सुविधा क्यों नहीं दे सकता?
नई दिल्ली. सोमवार सुबह कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के एक बयान से बीजेपी के खेमे में खलबली मच गई. उन्होंने ऐलान किया कि मजदूरों, कामगारों के घर लौटने की रेल यात्रा का खर्च कांग्रेस प्रदेश कमिटी उठाएगी. रविवार देर अहमद पटेल ने ट्रेजरार के तौर पर कांग्रस की राज्य इकाईयों और सारे PCCC के चीफ को पैसे ट्रांसफर किए. उन्होंने सभी मजदूरों को टिकट का सबूत दिखाने के बाद किराए के पैसे देन को कहा.
सूत्रों का ये भी कहना है कि भूपेंद्र हुड्डा, कुमारी शैलजा, अशोक गहलोत जैसे वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं को इस मिशन के लिए पैसा जुटाने के लिए कहा गया है. कांग्रेस के एक शीर्ष नेता ने कहा कि ये ‘जन आन्दोलन’ की शुरुआत है.
सरकार पर पिछले कुछ समय से प्रवासी मजदूरों को घर भेजने का दबाव था. गृह मंत्रालय ने इन्हें घर भेजने की अनुमति दे दी. इसके बाद ज्यादातर राज्य सरकारों ने कहा कि उनके पास ज्यादा बसें नहीं है ऐसे में ट्रेन चलाई जाए. रेलवे ट्रेन चलाने के लिए तैयार हो गई. लेकिन मजूदरों से किराए के तौर पर उसने कुछ पैसों की मांग की. इसके बाद तो देश भर में राजनीति शुरू हो गई. ये सवाल पूछा गया कि अगर दूसरों देशों में फंसे लोगों को विमान में मुफ्त में सफर कराया जा सकता है तो फिर रेलवे में मजदूरों को क्यों नहीं?कांग्रेस हमेशा आरोप लगाती रही है कि बीजेपी की ये कॉर्पोरेट जगत को मदद करने वाली सरकार है. राहुल गांधी ने 2019 के चुनाव में इसे सूट बूट की सरकार का नारा दिया था. राहुल गांधी विशेष रूप से विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी को दिए गए कथित लाभ को लेकर सरकार पर निशाना साध रहे हैं. हालांकि राहुल का ये नारा फ्लॉप साबित हुआ था. लेकिन इस बार कांग्रेस ने कोरना वायरस के सहारे बीजेपी पर हमला किया है.
2004 में कांग्रेस के लिए जीत का नारा था ‘कांग्रेस का हाथ आम आदमी के साथ.’ जबकि बीजेपी का नारा था ‘इंडिया शाइनिंग’ . बीजेपी का हार हुई थी. एक बार फिर से कांग्रेस खुद को गरीबों के साथ दिखाने की कोशिश कर रही है. उस उक्त भी सोनिया ने बीजेपी की इस छवि को आगे बढ़ाया था. एक बार फिर से वो कांग्रेस का हाथ, आम आदमी का साथ 2.0 का नारा बुलंद कर रही है.
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First published: May 4, 2020, 3:05 PM IST