लॉकडाउन 3.0: क्या शराब पर टिकी है राज्यों की इकोनॉमी? जानें किसे कितना मिलता है राजस्व – Lockdown 3.0: Is the states economy dependent on alcohol? Know how much revenue you get | nation – News in Hindi

देश में पिछले 40 दिनों से चले आ रहे लॉकडाउन (Lockdown) की वजह से सरकार की इनकम जीरो हो गई है. यही कारण है कि लॉकडाउन के तीसरे चरण में गृह मंत्रालय ( Ministry of Home Affair) की ओर से कुछ शर्तों के साथ कई दुकानें खोलने का फैसला किया गया है. इन्हीं छूट में सबसे अहम है शराब की दुकानें (Liquor Store) खोलने की इजाजत मिलना. सरकार भी जानती है कि ज्यादातर राज्यों के कुल राजस्व का 15 से 30 फीसदी हिस्सा शराब से आता है.
शराब के रास्ते अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की तैयारी में आज से देश के ज्यादा राज्यों में शराब की दुकानें खोल दी जाएंगी. कर्नाटक के हासन जिले में शराब विक्रेताओं ने दुकान खोलने से पहले पूजा अर्चना भी की. बता दें कि कर्नाटक में कंटेनमेंट जाने को छोड़ पूरे राज्य में शराब की बिक्री आज से शुरू हो जाएगी. राज्य के एक्साइज मंत्री एच नागेश ने बताया, केवल मैसूर सेल्स इंटरनेशनल लिमिटेड (MSIL) और MRP दुकानों को सवेरे 9 बजे से शाम 7 बजे तक शराब की दुकान खोलने की इजाजत होगी. इसी तरह महाराष्ट्र में भी कंटेनमेंट जोन को छोड़कर पूरे राज्य में शराब की दुकानों को खोले जाने का आदेश जारी किया गया है. हालांकि शराब को सिर्फ अकेली दुकानों पर ही बेचा जा सकेगा. मॉल और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में शराब की बिक्री नहीं की जा सकेगी.
यूपी के राजस्व में शराब की बिक्री का 20 फीसदी हिस्सा मिलता है. ऐसा ही कुछ हाल उत्तराखंड का भी है. बता दें कि देश के सभी राज्यों से करीब 2.5 लाख करोड़ का राजस्व शराब की बिक्री से हासिल होता है. यूपी के सभी जिलों में आज से शराब की दुकानों को केंद्र सरकार की ओर से दी गई गाइडलाइन के हिसाब से खोलने की इजाजत होगी. हालांकि सरकार ने आगरा और मेरठ में शराब की दुकानें खोलने पर रोक लगा दी है.दिल्ली में आज खुलेंगी शराब की 150 दुकानें
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार से शराब की 150 दुकानों के खुलने की संभावना है. शराब की ये 150 दुकानें उन क्षेत्रों में स्थित हैं, जो कंटेनमेंट जोन से बाहर हैं. इस बीच पूर्वी दिल्ली के चंद्र विहार स्थित एक शराब की दुकान के बाहर लोगों की भारी भीड़ दिखी. यहां दुकान 9 बजे से खुलनी थी, लेकिन उससे पहले ही दुकान के सामने एक किलोमीटर लंबी लाइन लग गई थी.
दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने लॉकडाउन-3 में केंद्र सरकार की तरफ से दी गई छूट को लागू करने की घोषणा की थी. इसके तहत सरकार ने सोमवार से कंटेनमेंट जोन से बाहर स्थित शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी है.
इसे भी पढ़ें :- लॉकडाउन 3.0: शराब की दुकानें आज से इन राज्यों में खुलेंगी, लेकिन यह होंगी बड़ी शर्तें
केरल में अभी नहीं खोली जाएंगी शराब की दुकानें
केरल (Kerala) ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए केंद्र के आदेश से इतर शराब की दुकाने नहीं खोलने का फैसला किया है. हालांकि कोरोना को लेकर हुई एक बैठक में सीएम पिनराई विजयन ने कहा है कि चिंता की कोई जरूरत नहीं है, यह केवल अस्थायी कदम है.
इसे भी पढ़ें : COVID-19: दिल्ली में आज से खुल सकती हैं शराब की 150 दुकानें
शराब से राज्यों को मिलने वाला राजस्व
इस बात को लेकर बहस तेज हो गई है कि आखिर देश में सबसे पहले शराब की ही दुकानों को खोलने का आदेश सरकार की ओर से क्यों दिया गया. बता दें कि शराब की बिक्री से वित्त वर्ष 2019-20 में महाराष्ट्र ने 24,000 करोड़ रुपये, पश्चिम बंगाल ने 11,874 करोड़ रुपये, तेलंगाना ने 21,500 करोड़, उत्तर प्रदेश ने 26,000 करोड़, कर्नाटक ने 20,948 करोड़, पंजाब ने 5,600 करोड़ रुपये और राजस्थान ने 7,800 करोड़ रुपये का राजस्व मिला था. दिल्ली भी इससे अलग नहीं थी. राजधानी दिल्ली को भी इस दौरान करीब 5,500 करोड़ रुपये का आबकारी शुल्क मिला था.
इसे भी पढ़ें :-