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NDA 2020: एनडीए परीक्षा में शारीरिक योग्यता की है खास भूमिका, जानें सब कुछ | career – News in Hindi

NDA 2020: एनडीए परीक्षा में शारीरिक योग्यता की है खास भूमिका, जानें सब कुछ

आयु सीमा और शैक्षणिक योग्यता पहली चीज़ है जो कि अभ्यर्थियों को पूरा करना होता है. शारीरिक मापदंडों को पूरा करने के साथ साथ अभ्यर्थी ने पास वांछित लंबाई भी होनी चाहिए.

आयु सीमा और शैक्षणिक योग्यता पहली चीज़ है जो कि अभ्यर्थियों को पूरा करना होता है. शारीरिक मापदंडों को पूरा करने के साथ साथ अभ्यर्थी ने पास वांछित लंबाई भी होनी चाहिए.

अगर एनडीए 2020 (NDA 2020) की योग्यता को आइसबर्ग मान लिया जाए तो उसकी एकेडमिक योग्यता तो उसका दसवां हिस्सा ही है जबकि शारीरिक मापदंड उसका सबसे महत्त्वपूर्ण भाग है. इसे पास करने के लिए अभ्यर्थी को यूपीएससी की वेबसाइट पर दिए गए शारीरिक योग्यता को पास करना होता है.

इस वक्त सेना में भर्ती होने के लिए हजारों अभ्यर्थी परीक्षा का इंतज़ार कर रहे हैं जो कि कोरोना वायरस की महामारी के कारण रुका हुआ है. हालांकि बहुत जल्द ही एनडीए का एडमिट कार्ड रिलीज किया जाएगा और नए परीक्षा की तारीख घोषित की जाएगी.

तीन सालों की कंबाइंड ट्रेनिंग और एक फाइनल ईयर की स्पेशलाइज़्ड डिफेंस विंग ट्रेनिंग के बाद शारीरिक रूप से कमजोर लोगों के लिए कोई जगह नहीं बचती. चूंकि इसके लिए योग्यता 12वीं पास होना चाहिए इसलिए इसके लिए अधिकतम आयु 19 साल और न्यूनतम आयु 16 साल है. आयुसीमा के लिए सीधा सा तारीख बताया गया है जिससे पहले के और बाद के अभ्यर्थी योग्य नहीं होंगे.

आयु सीमा और शैक्षणिक योग्यता पहली चीज़ है जो कि अभ्यर्थियों को पूरा करना होता है. शारीरिक मापदंडों को पूरा करने के साथ साथ अभ्यर्थी ने पास वांछित लंबाई भी होनी चाहिए. हालांकि, इसके लिए सबसे कम लंबाई 140 सेंटीमीटर जबकि अधिकतम लंबाई 210 सेंटीमीटर चाहिए.लंबाई के ही अनुपात में अभ्यर्थी का एक निश्चित भार भी होना चाहिए. जैसे अगर किसी अभ्यर्थी की लंबाई 140 सेंटीमीटर है तो उसका भार कम से कम 35.3 किलोग्राम होना ही चाहिए. इसी तरह से अगर किसी का भार 210 सेंटीमीटर है तो उसका कम से कम भार 7.4 किलोग्राम होना चाहिए. यह मानक 140 सेंटीमीटर से लेकर 210 सेंटीमीटर वाले सभी आयु वर्ग के लिए लागू होता है. हालांकि, हर आयु वर्ग के कैंडीडेट के लिए यूपीएससी अधिकतम भार को निर्धारित करती है.

इसके अलावा किसी आयु वर्ग में अधिकतम लंबाई को निर्धारित करते हुए उसकी लंबाई को जरूर ध्यान में रखा जाता है. जैसे 17 से 20 साल के बीच के किसी कैंडीडेट की लंबाई 140 सेंटीमीटर है तो अधिकतम भार 43.1 किलोग्राम होना चाहिए. इसी तरह से 17 से 20 साल के बीच के जिस कैंडीडेट की लंबाई 182 सेंटीमीटर है तो उसका अधिकतम भार 72.9 किलोग्राम से ज्यादा नहीं होना चाहिए.

इसका मुख्य उद्देश्य अलग अलग आयुवर्ग के लोगों के उनके बॉडी मॉस इंडेक्स से मैच किया जा सके. आयु वर्ग से संबंधित ये बॉडी ये निम्नतम और अधिकतम भार किसी भी स्थिति में शिथिल नहीं किए जा सकते. हालांकि, जिन लोगों ने राष्ट्रीय स्तर पर बॉडी बिल्डिंग, बॉक्सिंग या कुश्ती में भाग लिया हुआ होता है उन लोगों को अधिकतम भार में छूट मिल जाती है. हालांकि, इन कैंडीडेट्स का भी ब़ॉडी मास इंडेक्स 25 से कम होना चाहिए. इसके अलावा वेस्ट-हिप रेशियो (Waist-Hip Ratio) पुरुषों का 0.9 और महिलाओं का 0.8 होना चाहिए. साथ ही कमर की माप पुरुषों की 90 सेंटीमीटर और महिलाओं की 80 सेंटीमीटर से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. सबसे बड़ी बात सभी बायोकेमिकल मेटाबोलिक पैरामीटर की रीडिंग नॉर्मल होनी चाहिए.

शारीरिक मापदंड के अलावा ये भी उम्मीद की जाती है कि कैंडीडेट मानसिक रूप से भी स्वस्था हो ताकि वह सेवा से जुड़े हुए कार्यों को ठीक ढंग से कर पाए. इसके अलावा एसएसबी इंटरव्यू में एक मेडिकल फिटनेस का भी टेस्ट होता है जिसमें सर्विस पीरियड के दौरान किसी तरह के असामान्य असर डालने वाले टेस्ट किए जाते हैं.

यह जानते हुए कि कमीशन सेलेक्शन की प्रक्रिया में इस तरह की पारदर्शिता रखता है, हर कैंडीडेट को उसके अनुसार काम करना चाहिए ताकि किसी तरह की निराशा न हो. इसलिए अच्छों में भी जो सबसे अच्छा होगा वही इस सेवा के लिए चुना जाएगा.

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First published: May 3, 2020, 4:02 PM IST



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